ग़ाज़ीपुर 22-10-2022 (सू0वि0)। जनपदवासियो से अपर जिलाधिकारी वि०⁄रा० अरूण कुमार सिंह ने अपील किया कि “दीपावली का त्यौहार” समझदारी एवं सर्तकता से मनाये।
उन्होंने ने बताया कि सूच्य है कि प्रायः दीपावली के समय वायु प्रदूषण के दौरान गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड सकता है। बच्चो‚ बुजुर्गों‚ गभवर्ती महिलाओ और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों की स्वास्थ्य संबंधी समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो जाती है। पटाखों में कई ज्वलनशील रसायन होते हैं जिनमें पोटेशियम क्लोरेट पाउडर वाला अल्युमीनियम‚ मैग्नीशियम‚ बेरियम‚ तांबा‚ सोडियम‚ लिथियम‚ स्ट्रोंटियम इत्यादि शामिल होते हैं और इन रसायनों के जलने पर तेज आवाज / ध्वनी के साथ बहुत ज्यादा धुंआ भी निकलता है। पशुओं और पक्षियों के लिए भी नुकसान देह होता है। इन प्रतिकूल प्रभावों के साथ-साथ दीपो के त्योहार के महत्व को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित दीपावली मनायी जाना चाहिए इस हेतु
जनपदवासियो को समझदारी एवं सर्तकता से मनाये “दीपावली का त्यौहार” हेतु जिला प्रशासन‚ जनपद गाजीपुर द्वारा अपील की जाती है:
1 दीपावली दीपो के प्रकाश का पर्व है यथासंभव मिट्टी के दीये का प्रयोग करे। पटाखों का कम ही उपयोग करें।
2 आधे जले या न जल सकने वाले पटाखे को पुनः जलाने⁄उठाने⁄हटाने का प्रयास बिल्कुल ना करें।
3 हवा में उड़ने वाले पटाखों को जलाने से परहेज करें।
4 घर के अदंर पटाखें न जलायें साथ ही पटाखों को शरीर से दूर रख कर जलायें।
5 पटाखे जलाते समय ढीले या सिंथेटिक कपड़े न पहनें‚ सूती कपड़े का प्रयोग करें। आस–पास ज्वलनशील पदार्थ न रखे।
6 पटाखे जलाते समय पास में पानी से भरी बाल्टी एवं मग अवश्य रखे । जैसे– अनार बम‚ फुलझरी‚ अन्य प्रकार बम आदि ।
7 आंख में जलन होने पर आंखों को ठण्डे पानी से धोंये व चिकित्सकों का सलाह लें।
8 घायल व जले हुये व्यक्ति को अग्नि वाले स्थान से हटाये।
9 जले हुए हिस्से पर कॉलगेट टूथ पेस्ट / वरनाल / आलू का लेप लगायें।
10 जले हुए भाग पर राख मिट्टी या पाउडर‚ ग्रीस तथा अन्य पदार्थ न लगायें।
11 जले हुए भाग को साफ सूती कपडा⁄मारकीन से ढककर ही अस्पताल ले जाये।
12 किसी भी प्रकार की घटना होने पर धबराये नही‚ धैय रखे।
कोई घटना ⁄ दुर्घटना होती है तो तत्काल प्राथमिक उपचार कराकर अपने नजदीकी चिकित्सालय में आश्यक उपचार एवं सलाह हेतु सम्पर्क करें।