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नियमित टीकाकरण से जब परिवार करे इंकार उन्हें समझाएं इस प्रकार

ग़ाज़ीपुर(19 नवम्बर)। भारत सरकार के द्वारा 0 से 5 साल तक के बच्चे के साथ गर्भवती व धात्री महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम लगातार चलाया जाता है। लेकिन इस नियमित टीकाकरण में कभी-कभी कुछ परिवारों के द्वारा टीकाकरण कराने से झिझक या इंकार कर दिया जाता है। ऐसे परिवारों को हम कैसे टीकाकरण को प्रति मोटिवेट करें। इसको लेकर शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में ब्लॉक रिस्पांस टीम का जिला स्तरीय प्रशिक्षण मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह की अध्यक्षता में दिया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण भारत सरकार और स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसके चलते हम 0 से 5 साल तक के बच्चों और गर्भवती व धात्री महिलाओं को कई रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण का कार्यक्रम चलाते हैं। जिसके लिए हमारे ब्लॉक स्तर की टीम गांव गांव जाकर इस टीकाकरण को अमली रूप देती है। लेकिन जनपद के कई ऐसे इलाकों में समस्या आई है कि कुछ परिवारों के द्वारा टीकाकरण कराने से इनकार किया जाता है या फिर झिझक होती है। इन्हीं सब को लेकर ब्लॉक से आए हुए चिकित्सा अधीक्षक, बीपीएम, बीसीपीएम को प्रशिक्षित करने का काम किया गया।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि यह कार्यक्रम यूनिसेफ के द्वारा आयोजित किया गया था। जिसमें ब्लॉकों से आए हुए लोगों को लोगों को अवेयरनेस करने और उनके तरीके के बारे में जानकारी दी गई है। जिससे कि हमारी ब्लॉक स्तर की टीम जब गांव में जाए और ऐसी परिस्थिति बन जाए तो उन्हें कैसे मोटिवेट करें उन्हें भली प्रकार से जानकारी हो।

इस बैठक में यूनिसेफ के रीजनल कोऑर्डिनेटर प्रदीप विश्वकर्मा, डीएमसी अजय उपाध्याय, एसीएमओ डॉ मनोज सिंह, यूएनडीपी के प्रवीण उपाध्याय, चाई के मणिशकर एवं एड्रा इंडिया के सहयोगी के साथ ही अन्य लोग भी बैठक में उपस्थित रहे।