Skip to content

अमर शहीद रामध्यान सिंह के पुत्र सुदामा कुशवाहा को किया गया सम्मानित

जमानियां(गाजीपुर)। राजस्थान के बीकानेर में 1971 कि लड़ाई में शहीद जवानों कि 50 वीं वर्षगांठ गुरुवार को मनाया गया। जिसमें क्षेत्र के तियरी गांव निवासी अमर शहीद रामध्यान सिंह के पुत्र सुदामा कुशवाहा को सम्मानित किया गया।

तहसील मुख्यालय से पूरब ओर करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित तियरी गांव के रहने वाले रामध्यान सिंह भारत और पाकिस्तान युद्ध में वर्ष 1971 में शहीद हुए थे। अमर शहीद रामध्यान सिंह के पुत्र सुदामा ने बताया कि उनके पिता 1963 में सेना में भर्ती हुए। जिसके बाद उन्होंने 1965 में हुई भारत पाकिस्तान युद्ध में भाग लिया और 1968 में मिजोरम प्रांत में हुए सैन्य कार्रवाई का भी हिस्सा रहे। महज 27 वर्ष कि उम्र ने उन्होंने 1971 में हुए भारत पाकिस्तान कि लड़ाई के दौरान हिल्ली शहर पूर्वी पाकिस्तान में 24 नवंबर 1971 को वे शहीद हुए। उन्होंने बताया कि पूर्वी पाकिस्तान के हिल्दी शहर को तबाह कर बांगलादेश घोषित किया गया था। जिसमें करीब 93000 पाक सैनिकों को बंदी बनाया गया था। उनकी शहादत के 50 वीं वर्षगांठ राजस्थान के बीकानेर में उनकी 8 गार्ड बटालियन द्वारा मनाया गया है। जिसमें 8 गार्ड के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी अमर शहीद रामध्यानी सिंह के शहीद स्मारक को दी और रीति चढाई। जिसके बाद उनके पुत्र सुदामा को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मेजर जनरल महावीर चक्र विजेता समशेर सिंह‚ महावीर चक्र विजेता रामउग्रह पाण्डेय की पुत्री सुनीता देवी‚ सीओ राघवेन्द्र प्रताप सहगल‚ शहीद के नाती धर्मेन्द्र कुशवाहा सहित 8 गार्ड बटालियन के जवान‚ सेवानिवृत जवान भी मौजूद रहे।