ग़ाज़ीपुर (9 जनवरी 23)। नियमित टीकाकरण जो बच्चों और गर्भवती के साथ ही धात्री महिलाओं को कई तरह के रोगों से बचाता है। ऐसे ही लोगों के लिए विशेष टीकाकरण पखवाड़ा जो 9 जनवरी से शुरू होकर 24 मार्च तक कुल 3 पार्ट में चलना है। इसी को लेकर सोमवार को विशेष टीकाकरण पखवाड़े का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह के द्वारा अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाथीखाना पर छोटे बच्चों का टीकाकरण कर किया गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि मीजल्स-रूबेला को इस साल के आखिर तक जड़ से खत्म करने के लिए सोमवार से विशेष टीकाकरण पखवाड़ा शुरू हो रहा है। जिले में जन्म से पांच साल तक के जिन बच्चों को वैक्सीन नहीं लगी है या किसी कारणवश छूटे हैं सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 9-20 जनवरी तक पहला विशेष पखवाड़ा, 13 से 24 फरवरी तक दूसरा और 13 से 24 मार्च तक तीसरा विशेष पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। इस पखवाड़े के दौरान नियमित सत्र को प्रभावित नहीं किया जाएगा। विशेष टीकाकरण का काम नियमित टीकाकरण से अलग दिवसों में किया जाएगा। नियमित टीकाकरण में छूटे हुए बच्चों को चिन्हित करने का काम दिसंबर में ही किया जा चुका है। इस काम के लिए आशा, आंगनबाड़ी, शहरी सुपरवाइजर, लिंक सर्वर आदि की मदद ली गई थी।
उन्होंने बताया कि एक साल तक के बच्चों को एम आर- 1 और पेंटा की वैक्सीन लगेगी। एक साल से पांच साल तक के बच्चों को एम आर – 2 और डीपीटी बूस्टर- 2 की वैक्सीन लगेगी। छूटे हुए बच्चों की रिपोर्ट एएनएम के माध्यम से नोडल अधिकारी को दी गई थी। शहर में दूर-दराज के जो भी ऐसे क्षेत्र हैं, जहां लोग नियमित टीकाकरण कराने के लिए नहीं जाते। उनके लिए विभाग ने विशेष माइक्रोप्लान तैयार किया है। जिससे कोई भी बच्चा किसी भी टीके से वंचित न हो।
पांच साल तक के बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा। इस टीके से टीबी, पोलियो, गलघोंटू, काली खांसी, टेटनेस, निमोनिया, हीमोफिल्स, इन्फ्लूएंजा, खसरा, रूबेला, रोटा वायरस, डायरिया व हेपाटाइटिस बी से बचाव होता है। इस पखवाड़ा में गर्भवतियों को भी टीका लगेगा।
इस कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय शंकर, डीपीएम प्रभुनाथ ,चाई के मणिशंकर, यूएनडीपी के प्रवीण उपाध्याय के साथ ही कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।