गहमर (गाजीपुर)। तहसील क्षेत्र के किसानों के लिए सर दर्द बने छुट्टा पशुओ को गो आश्रय केंद्र तक पहुचाना बड़ा संकट पैदा कर रहा है। ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों द्वारा एकत्र किए गए छुट्टा पशुओ को गो आश्रय केंद्र तक पहुचाने के लिए प्रशासन हाथ खड़ा कर दे रहा है इसका उदाहरण शनिवार को करहिया गांव में देखने को मिला। जहां प्राथमिक विद्यालय में सैकड़ो की संख्या में पशु एकत्र किए गए थे।
ज्ञात हो कि किसानों की समस्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा इन छुट्टा पशुओ को एकत्र करने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को दी गई है। करहिया ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह ने बताया कि सैकड़ो की संख्या में छुट्टा पशुओ को उन्होंने किसानों की मदद से 4 दिन पूर्व ही गॉव के प्राथमिक विद्यालय में रखवाया था इनके द्वारा ही इनके खाने पीने की व्यवस्था की जा रही थी अजय सिंह ने आरोप लगाया कि इनको एकत्र करने के बाद इनको गो आश्रय केंद्र भेजवाने के लिए बी डी ओ सहित सभी जिम्मेदार लोगों से कहा गया लेकिन सभी ने टालमटोल कर दिया। शनिवार की दोपहर जब ग्रामीणों के साथ प्रधान प्रतिनिधि ने जिलाधिकारी से वार्ता कर पूरी बात बताई तब जाकर 2 गाड़ियों का व्यवस्था कर कुछ पशुओ को जमानिया पशु आश्रय केंद्र भेजवाया गया। वही मौके पर मौजूद उमेश सिंह, विकाश, बबलू, रमेश, सुरेंद्र उपा. राकेश, मिंटू, घरभरण यादव, सोल्हा यादव, जवाहिर, जोधा सिंह, त्रिवेणी सिंह, हरि सिंह, इंद्रजीत, अंगद सिंह आदि लोगो ने आरोप लगाया की विगत 4 दिन से सम्बंधित अधिकारियों को वे पशुओ को गो आश्रय केंद्र भेजवाने की अपील कर रहे है लेकिन उनके कानों पर जु तक नही रेंग रहा है। वही उनका कहना था कि सोमवार से विद्यालय भी खुल रहा है और पशु यहां रहेंगे तो बच्चों का पढ़ाई भी बाधित हो सकता है उन्होंने जल्द से जल्द पशुओ को गो आश्रय केंद्र भेजवाने की मांग की है।