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अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक तहसीलदार को सौपा

जमानियाँ (गाजीपुर)। स्थानीय बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सोमवार को प्रयागराज के अधिवक्ता श्रीकृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल की दिन दहाड़े गोली मारकर नृशंस हत्या के विरोध में शोक सभा का आयोजन कर मृतात्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा तथा न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा को सौपा।

एसोसिएशन के अध्यक्ष गोरखनाथ सिंह ने कहा कि अधिवक्ता श्रीकृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल की दिन दहाड़े गोली मारकर नृशंस हत्या उनके घर पर कर दी गयी। उक्त हत्याकांड में उनके साथ-साथ उनके सुरक्षाकर्मी की भी बेदर्दी से हत्या कर दी गयी। उक्त घटना से न केवल पुलिस व प्रशासन की लापरवाही दृष्टिगत होती है, बल्कि अधिवक्ताओं और आम जन के बीच शासन की छवि भी धूमिल हो रही है।
विगत काफी दिनों से लगातार संज्ञान में आ रहा है। अधिवक्ताओं की नृशंस हत्या कर दी जा रही है और प्रशासन व पुलिस मूक बनी रहती है और अपराधियों के विरूद्ध कोई कठोर / प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पाती है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलन्द होते जा रहे है, जिससे प्रदेश के अधिवक्ताओं को प्रतिदिन न्यायालय आने-जाने में असुरक्षा की भावना बनी रहती है व उन्हें न्यायिक कार्य में अपना सहयोग प्रदान करने में लगातार स्वयं व परिवार की चिन्ता रहती है। उन्होंने मांग किया कि प्रदेश में जघन्य हत्या के शिकार अधिवक्ताओं के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराते हुए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व उनके परिवार को कम से कम रूपये 20 लाख की आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध करायी जाये व साथ ही लगातार प्रदेश के अधिवक्ताओं की हो रही हत्या के संदर्भ में प्रदेश सरकार अधिवक्ताओं के सुरक्षार्थ एडवोकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट का प्रस्ताव बनाकर केन्द्र सरकार को प्रेषित करें, ताकि केन्द्र सरकार उस पर गम्भीरतापूर्वक विचार कर उसे लागू करने की दिशा में प्रभावी कदम उठा सके। उक्त मौके पर अधिवक्ता शकील खाँ, अशोक कुमार यादव, फैसल होदा, सोहन यादव, राजेश गुप्ता, बजरंगी यादव आदि लोग मौजूद रहे।