गहमर (गाजीपुर)। चैत्र नवरात्र के मंगलवार को सप्तमी के दिन श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि का दर्शन पूजन पूर्वांचल के विख्यात शक्तिपीठ गहमर स्थित मां कामाख्या धाम में किया।
मंदिर में दर्शन पूजन के लिए सुबह से ही भक्तों का जत्था पहुंचना शुरू हो गया। मां कामाख्या के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। सुबह की आरती के समय से ही श्रद्धालुओं का आवागमन का क्रम शाम तक चलता रहा।इस वर्ष चैत्र नवरात्र में रोज की अपेक्षा सप्तमी को अधिक लोगो ने मातारानी के दर्शन किये। भक्तों ने माता के दरबार में हाजिरी लगा अपने तथा अपने परिवार की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। मंदिर पर दर्शन के लिए महिलाओं की अलग तथा पुरुषों की अलग लाइन लगाई गई थी।
मां कामाख्या के दर्शन के उपरांत भक्त मंदिर स्थित भैरव मंदिर, राम जानकी मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर पर भी लोगों ने विधिवत दर्शन पूजन किया। वही निजी वाहन से आने वाले भक्तों के वाहन खड़ा करने के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। मंदिर परिसर स्थित हवन कुंड में लोगों ने पुजारियों द्वारा हवन भी करवाया। आज मंदिर परिसर में छोटे बच्चों का मुण्डन संस्कार कराने वालों की भी काफी भीड़ रही। मां कामाख्या मंदिर के महंत आकाश तिवारी ने बताया कि मां सबका कल्याण करती हैं। सच्चे मन से यहां मांगी गई मन्नत अवश्य पूरी होती है। सप्तमी के दिन दो बजे तक लगभग सत्तर हजार के आसपास भक्त मातारानी के दर्शन कर लिए थे। वहीं सुरक्षा को लेकर गहमर कोतवाल पवन उपाध्याय एवं चौकी इंचार्ज कामाख्या वृजेश मिश्र महिला तथा पुरुष फोर्स के साथ काफी सजग दिखे।