जमानियाँ (गाजीपुर)। निरंकारी मिशन के तत्वाधान में शनिवार को निरंकारी संत समागम स्थानीय रेलवे स्टेशन में हुआ।
कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया निरंकारी मिशन के संत सुबेदार यादव ने श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कहा कि परमात्मा जानने योग्य है जाना जा सकता है। परमात्मा पूर्व ब्रह्म अंतर्यामी है उन्होंने कहा कि परमात्मा से मिलन सतगुरु कराते हैं। गुरु मत पर चलने वाले व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती है भगवान को नहीं जानने वाला व्यक्ति मनमत पर चलता है। जिससे उसके जीवन में दुख आते हैं। गुरुमत तारता है जबकि मनमत व्यक्ति को डुबो देता है। परमात्मा के प्रति निस्वार्थ प्रेम ही सच्ची भक्ति कहलाती है ऐसे ही निष्काम प्रेम की भावना संतो की होती है उन्होंने कहा कि भक्त हर किसी को ईश्वर का ही रूप समझ कर सभी से प्रेम पूर्वक व्यवहार करता है उसका इसमें कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं होता ऐसे भक्तों की भक्ति में फिर किसी प्रकार के डर का भाव नहीं रहता प्रेम से किए गए हर कार्य का आधार केवल प्रेम ही हो होता है। समर्पित भाव से की जाने वाली सेवा सदैव प्ररोपकार के लिए ही होती है। इस अवसर पर कृष्णानंद साहनी, विजय नारायण सुभाष सिंह, गुलाब, रामविलास, राम व्यास आदि श्रद्धालु उपस्थित रहें।