नगसर (गाजीपुर)। स्थानीय क्षेत्र के असांव गाँव में आज कृषि विज्ञान केन्द्र आंकुशपुर के वैज्ञानिकों द्वारा समृद्ध किसानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
जिसका शुभारंभ उद्यान वैज्ञानिक डॉ शशांक ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान उन्होंने बैंगन की खेती के बारे में बीज के चुनाव व उसके शोधन रोपाई निराई गुड़ाई कीटनाशक इत्यादि की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र से हर साल सैकड़ों किसान प्रशिक्षण लेकर आर्थिक रूप से मजबूत बन रहे हैं। कहा कि किसान प्रशिक्षण लेकर नए सिरे से अपनी खेती व व्यवसाय अपना कर रोजगार पा रहे हैं। यही नहीं वैज्ञानिक अत्याधुनिक खेती की ओर किसानों को आकर्षित कर भरपूर सहयोग कर रहे हैं। इससे किसानों की कमाई दिन दूना रात चौगुना के तर्ज पर हो रही है।
उन्होनें कहा कि यह ऐसी संस्थाएं हैं जो किसानों के लिए प्रशिक्षण से लेकर विभिन्न कृषि उत्पादन प्रणाली के अंतर्गत नई तकनीक, बीज एवं रोपण सामग्री को किसानों के खेत पर परीक्षण आदि करने तक के कार्य करता हैं।वहीं सुमित ने बताया कि समृद्ध किसानों के विकास के लिए कार्यरत संस्थान है जिसका उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि और उत्पादों में रसायन की कमी लाना है। किसानों को ज़रूरी सामान उपलब्ध कराने से लेकर बाज़ार तक पहुंचाने की एक कोशिश है।साथ ही आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकी में किसानों के ज्ञान व कौशल को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर विभिन्न गतिविधियों किसान मेला, कृषि प्रदर्शनी, प्रौद्योगिकी सप्ताह, मीटिग, समूह चर्चा और सेमिनार आदि का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों के अनुरूप किसान को जिस तकनीक की जरूरत है, उसका ज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र को रहता है। यानी यहां की जमीन कैसी है, वहां की जलवायु कैसी है, सिचाई के साधन कितने हैं और उन परिस्थिति के हिसाब से वहां पर क्या नई तकनीक होनी चाहिए। इसके अलावा, बहुतायत मात्रा में बीज चाहे वे फसलों के हों, दलहन के हों, धान, गेहूं के हों या सब्जियों के हों उपलब्ध रहते हैं। इस अवसर पर जेपी सिंह,डाक्टर शशांक शेखर, नरेन्द्र प्रताप, अजय कुमार तिवारी, राम विलास, चिंता, शुशील तिवारी, श्रीप्रकाश आदि सैकड़ो किसान मौजूद रहे।