Skip to content

कर्मचारियों की कमी से पशुपालकों की बढ़ी परेशानी

जमानियाँ (गाजीपुर)। स्थानीय नगर स्थित पशु अस्पताल में पशुधन प्रसार अधिकारी का पद खाली होने के कारण क्षेत्र के पशु पालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ज्ञात हो कि तहसील क्षेत्र के पशु अस्पतालों में पशुधन प्रसार अधिकारी के पद पर कार्यरत कर्मचारी को अपर निदेशक ग्रेड 2 वाराणसी के आदेश से सीआरसी यूनिट वाराणसी पर बीते करीब एक वर्ष से सम्बद्ध किया गया है। जिस कारण से क्षेत्र के पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पशु चिकित्सालय में पशुधन प्रसार अधिकारी एक भी नहीं है। जिससे क्षेत्र के पशुपालकों को परेशानी हो रही है। पशुधन प्रसार अधिकारी के अभाव में पशुओं का प्राथमिक इलाज, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, बधियाकरण और पशुपालन विभाग की योजनाओं का प्रचार प्रसार सहित अन्य सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समय से नहीं हो पा रहा है। पशुपालन विभाग में पशुधन प्रसार अधिकारी पशु चिकित्साधिकारी संवर्ग के बाद दूसरा सबसे बड़ा एकमात्र तकनीकी संवर्ग है। पशु चिकित्सालय में तैनाती के बावजूद एक वर्ष से सम्बध होने के कारण क्षेत्र के पशुपालक के सामने परेशानी खड़ी हो गई है और पशु चिकित्सालय में पशु लेकर पहुंच रहे पशु पालकों को मायूसी ही हाथ लग रही है। जबकि पशुधन प्रसार अधिकारी का वेतन यही से निर्गत हो रहा है। इस संबंध में उपपशु मुख्य चिकित्साधिकारी एसके श्रीवास्तव ने बताया कि पशु चिकित्सालय में मेरे अलावा कोई नहीं है। चिकित्सालय में चपरासी‚ लिपिक आदि सहित अन्य सभी पद खाली है।