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महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा या फोटो लगाकर कम से कम दस दीपक जलाकर विजय उत्सव मनाएं-ओमप्रकाश राजभर

नगसर (गाजीपुर)। क्षेत्र के सोनहरिया वन में शनिवार की दोपहर महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कार्यक्रम में पहुंचकर महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूजन के बाद अपने समाज के लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा इतिहास गौरवशाली रहा है हम ऐसे वीर महापुरुष के वंशज है जिसने विदेशी आक्रांताओं से हमारे देश व संस्कृति की रक्षा करते हुए विदेशियों को मिट्टी में सुला दिया। जिसके उपलक्ष्य में आज ही के दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। राजभर ने कहा कि जैसे भगवान राम के लंका विजय के बाद लौटने पर हम दीपावली का उत्सव मनाते है उसी प्रकार आज अपने देश व संस्कृति के रक्षक महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस पर अपने घरों में महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा या फोटो लगाकर कम से कम दस दीपक जलाकर विजय उत्सव मनाए और अपने धर्म व संस्कृति को बचाकर अपने पूर्वजों के इतिहास को अपने युवाओं को बताने का काम करें जिससे अपने समाज का उत्थान हो सके और युवा पीढ़ी के लोग अपने पूर्वजो के कृत्यों को याद करके अपने संस्कृति और धर्म को बचाने में संकोच न करें। धर्म व विरोधी इतिहासकारों ने हमारे वीर महापुरुषों के इतिहास को दबाने का काम किया है जिससे हम आजादी के इतने दिनों बाद अपने पूर्वजो और महापुरुषों के इतिहास को जान पा रहे है।
अपने समाज व पार्टी के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए राजभर ने कहा कि लोकसभा चुनाव भी एकदम नजदीक है आप लोग तैयारी में लग जाए चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। प्रदेश के विधानसभा में पुरानी पार्टियों व राष्ट्रीय पार्टी से अधिक हमारी पार्टी के सदस्य है आपकी मेहनत व लगन से 2024 में हम दिल्ली में भी झण्डा गाड़ने का काम करेंगे और जिस दिन हाथ मे सत्ता आई उस दिन प्रदेश ही नही देश को नशा मुक्त करने का काम किया जाएगा तथा सबको निःशुल्क शिक्षा व स्वास्थ्य की व्यवस्था करने का काम हमारी पार्टी करेगी।
कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश प्रभारी उमरावती सिंह, जिलाध्यक्ष लल्लन राजभर, जिला महासचिव इमरान खान, विधानसभा अध्यक्ष अक्षय राजभर, प्रीतम कन्नौजिया, अशोक राजभर,कृष्णा राजभर, देवकी, लक्ष्मण प्रजापति, सुनील राजभर, शम्भू राजभर समेत सैकड़ो की संख्या में समाज व पार्टी के लोग मौजूद रहे संचालन साधु राजभर ने किया।