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बिना जांच के बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज, उपभोक्ता की बढ़ी परेशानी

जमानियाँ (गाजीपुर)। स्थानीय विद्युत उप खण्ड क्षेत्र में उपभोक्ता के पास विद्युत कनेक्शन होने के बाद विभाग द्वारा मीटर न लगाने की अपनी कमी को छिपाने के लिए उपभोक्ता पर विद्युत चोरी का प्राथमिकी दर्ज कर निस्तारण के नाम पर धन उगाही का खेल किया जा रहा है। पिडित द्वारा शिकायत करने पर बैक डेट का मीटर का रसीद थमा दिया जाता है तथा रफा दफा करने के लिए मोटे रकम की मांगा की जा रही है। योगी सरकार की भ्रष्‍टाचार मुक्‍त सुशासन का विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पलिदा निकालने पर आमद हो गये है।

स्थानीय नगर के कानूनगों मुहल्ला निवासी शिमला देवी के पुत्र ज्ञान रतन ने आरोप लगाया है कि उनके पास बिजली का कनेक्शन होने के बाद भी विद्यत विभाग की विजिलेंस टीम व स्थानीय जेई व एसडीओ ने मिलकर बिना जांच के बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। जबकि हमने अपनी मां शिमला पत्नी नन्दकुमार ने 6 अप्रैल 23 को बिजली कनेक्शन संख्या 742301870937 लिया था। नियमित रूप से बिल भी जमा करते रहे हैं। लेकिन अचानक 29 मई 2023 को विद्युत विभाग के अधिकारी व विजलेस की टीम घर पर धमक पड़ी तथा मीटर न लगाने की बात करते हुए विद्युत चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि विभाग ने हमारे घर मीटर नहीं लगाया। जब इसकी शिकायत करने 29 मई को विभाग में गया तो 6 अप्रैल के डेट में मीटर का रसीद और मीटर पकड़वा दिया गया तथा निस्तारण के नाम पर मोटा रकम की मांग एक्सईएन ऑफिस के बाबू द्वारा किया जाने लगा।
इससे यह पता चलता है की विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। अधिशासी अभियन्ता हेमन्त कुमार सिंह ने बताया कि कनेक्शन के साथ ही मीटर लगाया जाता है लेकिन यदि मीटर नहीं लगा है तो उपभोक्ता को विभाग में शिकायत करनी चाहिए। उसके बाद भी नहीं लगता है तो कर्मचारी की लापरवाही मानी जायेगी। इस मामले की जांच कर कार्यवाई की जायेगी।