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तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर गॉव आते ही ग्रामीणों की आखें हुई नम

नगसर (गाजीपुर)। स्थानीय थाना क्षेत्र के असांव गांव निवासी सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर जम्मू कश्मीर में तैनात अजय साहू उम्र लगभग 45 वर्ष का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह गाँव पहुंचते ही पत्नी नीतू साहू ,माता इकबाली साहू सहित अन्य परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल था, जबकि पहले से ही अपने लाल के इंतजार में खडे क्षेत्रीय ग्रामीणों की आखें नम हो गई।

अपने लाल को अंतिम‌ बिदाई देने के लिए क्षेत्र के कई गावों के ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों की भारी भीड इकठ्ठा हो गई और गांव के प्राथमिक विद्यालय पर जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प और श्रद्धांजलि अर्पित किया ।पार्थिव शरीर के साथ आए सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर जय सिंह एवं दर्जनों जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित करने के साथ ही सशस्त्र सलामी दी। जवान का अंतिम दाहस्ंस्कार जमानियां स्थित गंगा घाट पर पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया।पिता राजबरन साहू के मुखाग्नि देते ही वँहा उपस्थित सबकी आखें नम हो गई।इसके पहले उनके इस अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल रहे जो अजय साहू अमर रहे भारत माता की जय की गगनभेदी नारे लगाते चल रहे थे।पिता राजबरन साहू ने बताया कि उनका पुत्र जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ में 116 बटालियन में कांस्टेबल के पद पर तैनात था,बताया कि पिछले कई दिनों पूर्व ड्यूटी के दौरान उसकी तबियत अचानक खराब हो गई थी, जिसे सीआरपीएफ के बेस अस्पताल में अधिकारियों ने भर्ती कराया था, इसी दौरान बीते दो दिन पूर्व इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी,इसकी सूचना उन्हें सीआरपीएफ के अधिकारियों के द्वारा गुरूवार की सुबह मिली थी ।पिता ने बताया कि उसका पुत्र 2004 में गोवाहाटी के खटखटी सेंटर पर भर्ती हुआ था,उसकी शादी 2008 में बिहार प्रांत के राजपुर बक्सर में नीतू साहू के साथ हुआ ,उसके दो बच्चे तेरह वर्ष की पुत्री स्वाति एवं पांच साल का एक पुत्र रवि है। इस दौरान भारी संख्या में स्थानीय पुलिस व क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद रहे।