गाजीपुर 01 जुलाई, 2023 (सू0वि0)। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ हरगोविंद सिंह ने शनिवार को सीएमओ कार्यालय परिसर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने जन जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में अधिकारी सहित स्वास्थ्यकर्मियों व आशा कार्यकर्ताओं ने संचारी रोगों को नियंत्रित करने और उनसे बचाव के लिए जनमानस को संदेश दिये।
सीएमओ डॉ सिंह ने कहा – बरसात का मौसम अपने साथ कई बीमारियाँ लेकर आता है। इस माह के दौरान सबसे ज्यादा जोर साफ-सफाई पर रहेगा, क्योंकि गन्दगी और जलभराव से मच्छर और तमाम तरह के कीट व वेक्टर पनपते हैं जो संचारी यानी संक्रामक रोंगों का कारण बनते हैं। संक्रमण के कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार जैसे संचारी रोग उत्पन्न होते हैं। यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए जुलाई माह को संचारी रोग नियंत्रण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस अभियान के सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित 14 विभागों से समन्वय स्थापित कर मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण व प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए सभी विभागों को एक साथ होना जरूरी है। उन्होंने कहा – शहर में नगर पालिका के कर्मी प्रतिदिन में छिड़काव और फोगिंग का कार्य करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत राज विभाग की ओर से एंटी लार्वा छिड़काव आदि स्रोत विनष्टीकरण का कार्य किया जाएगा जिससे जनपद में संचारी रोगों को नियंत्रित किया जा सके।
एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ जेएन सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग समेत सभी विभागों ने अपनी कार्ययोजना तैयार कर ली है। संचारी रोगों पर काबू पाने के लिए पूरे माह में जन जागरूकता कार्यक्रमों, गतिविधियों व स्रोत विनाष्टीकरण का कार्य किया जायेगा। अभियान में सर्दी, बुखार, खांसी वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी जांच कराई जाएगी। पॉज़िटिव आने पर तुरंत उपचार पर रखा जाएगा।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार ने बताया कि इस माह के दौरान डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार आदि संचारी व संक्रामक बीमारियों पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए लोगों को अपने घरों में साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जलभराव रोकने, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता आदि पर जागरूक किया जायेगा। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के लिए बुजुर्गाे, गर्भवती महिलाओं तथा खासकर बच्चों के मामले में ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। दरअसल बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है लिहाजा बरसात के मौसम में बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं। शरीर ढककर रखें। बासी खाना न खाएं। स्वच्छ व साफ जल पिएं। मौसमी फलों का सेवन व स्वस्थ व संतुलित आहार लें। जंक फ़ूड खाने से परहेज करें। रात में सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। गन्दगी वाली जगह पर जाने से रोकें।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आनंद मिश्रा, डीआईओएस डॉ आलोक नाथ तिवारी, डीपीओ दिलीप कुमार पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एसके रावत, एसीएमओ डॉ जेएन सिंह, डॉ मनोज सिंह, डॉ सुजीत कुमार मिश्रा, डीएमओ मनोज कुमार, डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ विनय शंकर, यूनिसेफ क्षेत्रीय समन्वयक प्रदीप विश्वकर्मा एवं नगर पालिका के कर्मी फोगिंग व छिड़काव मशीन के साथ मौजूद रहे।