गाजीपुर। जनपद स्थित जिला कारागार में बंदियों को कम्प्यूटर का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की कवायद कार्य शुरू दी गई है। अब कैदी व बंदी कम्प्यूटर के की-बोर्ड को अंगुलियों से चलाकर प्रगति पथ पर आगे बढ़ेंगे। पहले सजायाफ्ता कैदी व बंदियों को कुदाल व फावड़ा पकड़ाकर खेती-किसानी के कामों में लगा दिया जाता था, या फिर पत्थरों को तोड़ने में उनकी जिंदगी गुजर जाती थी लेकिन अब कैदी व बंदी को हाइटेक शिक्षा से जोड़ कर कम्प्यूटर का प्रशिक्षण योग्य प्रशिक्षक द्वारा दिया जाएगा। जो आत्म निर्भर बनने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
जिला कारागार में शनिवार को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित जनपद की संस्था हाईटेक कालेज ऑफ मैनेजमेन्ट एवं ई-टेक्नालॉजी आई०टी०/ आई०टी०ई०एस० सेक्टर में प्रशिक्षण कार्य का शुभारम्भ प्रभारी अधीक्षक/जेलर राकेश कुमार वर्मा व एम०आई०एस० प्रबन्धक विकास यादव तथा कारागार प्रशासन के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया तथा संस्था द्वारा कम्प्यूटर प्रशिक्षण लेने वाले 40 बंदियों को आई कार्ड तथा पुस्तक का वितरण किया गया।
प्रशिक्षण केन्द्र के शुभारम्भ में डिप्टी जेलर रविन्द्र सिंह यादव द्वारा बंदियों को कौशल विकास मिशन के महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। उक्त अवसर पर कमलचन्द, सुखवती देवी, रविन्द्र सिंह, शिक्षाध्यापक धर्मेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अभय कुमार मौर्य, संस्था निदेशक प्रकाश गुप्ता के अलावा प्रशिक्षण हेतु चयनित बंदियों ने प्रतिभाग किया।