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शिव भक्तों ने गंगा पूजन के बाद बम-बम भोले के जयकारों के बीच गंगा जल भर उठाई कांवड़

जमानियां (गाजीपुर)। स्थानीय नगर स्थित यमदग्नि- परशुराम गंगा घाट सहित क्षेत्र के ग्राम चक्काबांध, बड़ेसर गंगा घाट पर रविवार को श्रावण मास के पहले प्रथम सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए दूर-दराज से आए कांवड़ यात्रियों ने गंगा पूजन के बाद बम-बम भोले के जयकारों के बीच गंगा जल भर कांवड़ उठाई और लंबे-लंबे डग भरते हुए अपने-अपने गंतव्यों के लिए रवाना हुए। कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस और प्रशासन की और व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
क्षेत्र के महेवा गांव स्थित महेश्वर धाम सहित बिहार के बैजनाथ धाम के लिए बड़ी संख्या में कावड़ी नगर के गंगा घाट से जल लेने पहुंचे। बड़ी संख्या में कांवड़ियों के आगमन को लेकर प्रशासन की ओर से साफ सफाई सहित सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये थे तथा
प्रशासन की ओर से कावड़ियों के आगमन को लेकर प्रत्येक चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही नगर पालिका प्रशासन द्वारा घाटों की साफ-सफाई सहित पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की गई है। इस संबंध में एसडीएम जमानिया हर्षिता तिवारी ने कहा कि सावन के पहले सोमवार को देखते हुए पुलिस प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि कांवड़ियों को जल भरने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत लगातार चक्रमण किया जा रहा है।
आस्था व भक्ति का दिखा विविध रंग
कांवड़ यात्रा के दौरान आस्था व भक्ति के तरह-तरह के रंग दिख रहे हैं। जत्थे में नाचते-गाते शिवभक्तों की कांवड़ यात्रा अत्यन्त ही मनमोहक लग रहा है। वही कुछ शिवभक्त दौड़ते हुए गंगा जल ले कर जा रहे थे। पूरा क्षेत्र बोल बम के नारे गूंज रहा है।
कांवड़ यात्रियों के लिए समाजसेवी आये आगे
मां गंगा उत्तर वाहिनी सेवा समिति के तत्वावधान में जमदग्नि-पशुराम घाट पर सावन माह के प्रथम सोमवारी पर जल भरने आये कावरियों के लिए भण्डारे का आयोजन किया गया। मां गंगा के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर भण्डारे का शुभारंभ किया गया। ज्ञात हो क्षेत्र के महेवा ग्राम स्थित महेश्वर धाम शिव मंदिर व बिहार प्रान्त सहित क्षेत्र के विभिन्न गांवों में स्थित शिव मंदिर पर जल चढ़ाने के कांवरियो का कई जत्था दूर-दराज से जमदग्नि-पशुराम घाट पर जल भरने के लिए आता है। कांवरियों को रहने व भोजन की व्यवस्था समिति द्वारा किया जाता है। वही समाजसेवियों द्वारा बड़ेसर मोड़, बरुइन मोड, तलाशपुर मोड़ पर जल पान की व्यवस्था की जाती है।