ग़ाज़ीपुर (13 जुलाई 23)। सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 जिसके अंतर्गत नियमित टीकाकरण जिसमें 0 से 5 साल के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को लेकर कार्यक्रम 3 चरणों में चलाया जाना है। जिसको लेकर गुरुवार को एक वर्कशॉप का आयोजन बंशीबाजार स्थित एक होटल में किया गया। जिसमें जनपद के सभी ब्लाक के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम, एचईओ, एआरओ शामिल रहे। इन सभी लोगों को डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ विनय शंकर और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ सुजीत कुमार मिश्रा के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ सुजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक बुधवार और शनिवार को विभाग के द्वारा निशुल्क टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जाता है। लेकिन किन्ही कारणों से कई बच्चे व गर्भवती महिला टीकाकरण से छूट जाती हैं। इसी को लेकर सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में चलाया जाएगा। जिसमें आशा कार्यकर्ता के द्वारा घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा और टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों और गर्भवती महिलाओं की जानकारी ई कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी। उसके बाद एएनएम के द्वारा टीकाकरण सत्र लगाकर छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करेंगी।
डब्ल्यूएचओ के एसएमओ विनय शंकर ने बताया कि नवजात शिशुओं और बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों पोलियो, खसरा, रूबेला, रोटा वायरस, डिप्थीरिया, टेटनस, काली खांसी आदि से बचाने के लिए संपूर्ण टीकाकरण बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करना है। यदि बच्चों का टीकाकरण समय से किया जाए तो बच्चे जीवन भर स्वस्थ और खुशहाल रहेंगे। सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में दो तरह के बच्चों को शामिल किया गया था। पहला लेफ्टआउट जिन बच्चों को एक भी टीका नहीं लगा है व दूसरा ड्राप आउट, इसमें ऐसे बच्चे शामिल किए गए जिन्होंने एक या दो टीके लगवाने के बाद बीच में अन्य टीके नहीं लगवाए। उन्होंने बताया कि इंद्रधनुष के सात रंगों को प्रदर्शित करने वाले इस मिशन का उद्देश्य है कि सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं।
वर्कशॉप में एसीएमओ डॉ मनोज सिंह, चाई के मणिशंकर, यूनिसेफ से बलवंत, यूएनडीपी के प्रवीण उपाध्याय के साथ अन्य लोग भी मौजूद रहे।