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एमडीए अभियान के तहत समुदाय को जागरूक कर खिलाई गई दवा

गाजीपुर 18 अगस्त, 2023 (सू0वि0)। जनपद में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) अभियान के तहत समुदाय को जागरूक कर दवा खिलाई जा रही है।

एमडीए अभियान दस अगस्त से चल रहा है। विभागीय स्वास्थ्यकर्मी समस्त ब्लाक में दवा खाने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। फाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्य भी अभियान में जुटे हुए हैं। उन्होंने भांवरकोल और कासिमाबाद ब्लॉक में दवा सेवन से इनकार करने वाले कई परिवारों को अपने सामने दवा खिलवाई।


जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार ने बताया – यह अभियान 28 अगस्त तक चलेगा। अभियान को सफल बनाने के लिए विभागीय स्वास्थ्यकर्मी और फाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्य लोगों को फाइलेरिया की गंभीरता और इससे बचाव के बारे में जागरूक कर रहे हैं। अभियान शुरू होने से पहले प्रचार-प्रसार होने की वजह से लोगों में काफी जागरूकता आई है। साथ ही समुदाय को जागरूक करने में पीसीआई और सीफार संस्था महत्वपूर्ण सहयोग कर रही हैं।

सभी ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रों में आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, कोटेदार, शिक्षक, ग्राम प्रधान आदि लोगों को दवा खाने के लिए जागरूक कर रहे है। जन जागरूकता रैली, पोस्टर, बैनर, पम्फलेट आदि प्रचार-प्रसार सामग्री से भी समुदाय को जागरूक करने में मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि 10 अगस्त से अब तक जनपद में प्रथम चार दिन के लक्ष्य के सापेक्ष 79.8 फीसदी आबादी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कर चुकी है।

जबकि दवा खाने से इनकार करने वाले 45.2 प्रतिशत लोगों को जागरूक कर दवा खिलाई जा चुकी है। डीएमओ ने बताया कि नगर व ग्रामीण के कुछ क्षेत्रों में दवा खाने को लेकर भ्रांतियां देखने को मिल रही हैं लेकिन व्यवहार परिवर्तन होने के बाद उन्होंने भी दवा का सेवन किया है। इस तरह की चुनौतियां के चलते वह स्वयं स्वास्थ्यकर्मियों के साथ संबंधित क्षेत्र में भ्रमण कर समुदाय को जागरूक कर रहे हैं।

पहले किया इनकार, फिर खाई दवा 

कासिमाबाद ब्लॉक के सुरवत गाँव में आशा कार्यकर्ता सुमन तिवारी और फाइलेरिया नेटवर्क सदस्य परवरदिगार फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने के लिए वहाँ पहुंचे तो कुछ परिवार के सदस्यों ने दवा खाने से इनकार कर दिया। उनके मन में यही सवाल था कि जब हमें कोई बीमारी नहीं है तो हम यह दवा क्यों खाएं? इसके बाद आशा सुमन और सदस्य परवरदिगार ने उन्हें काफी समझाया कि यह ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण पांच से 15 साल में दिखते हैं।

यदि हम लगातार पाँच साल तक साल में एक बार दवा का सेवन करेंगे तो सभी लोग इस बीमारी से बचे रहेंगे। यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। भविष्य में किसी को यह बीमारी न हो, इसके लिए यह दवा खिलाई जा रही है। इसके अलावा सादात ब्लॉक के जगदीशपुर, नगर के मुस्तफाबाद क्षेत्र, भांवरकोल के शेरपुर में दवा खाने से इनकार करने वालों को जागरूक कर दवा खिलाई गई।


इसके अलावा बृहस्पतिवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) संतोष कुमार वैश्य ने दवा का सेवन किया। सीडीओ ने अपील की है कि आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्य कर्मी दवा खिलाने घर पर आएं तो दवा खाने से इनकार न करें, उनके सामने ही दवा खाएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ देश दीपक पाल ने भी अपील की है कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है। एमडीए दवा सेवन से ही इसका बचाव किया जा सकता है। बिना किसी डर या भ्रांति के दवा का सेवन करें। यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है।