जमानियां (गाजीपुर)। नगर पालिका में अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारी के बीच चल रहे विवाद कि जांच का जिम्मा जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी को सौंपा है। शुक्रवार को नगर अध्यक्ष ने नगर विकास राज्य मंत्री से मिल कर पूरे प्रकरण से अवगत कराया। निविदा को निरस्त कराने में ईओं और चेयरमैन के बीच ठन गई है।
ज्ञात हो कि 23 अगस्त को नगर पालिका अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता ने जिलाधिकारी को पत्रक सौंपते हुए प्रशासक कार्यकाल में नगर पालिका को वित्तीय वर्ष 2022-23 में सीवरेज एवं जल निकासी योजना के अंतर्गत 11 नाला निर्माण का कार्य एवं नगरीय झील‚ तालाब पोखर संरक्षण योजना के लिए वार्ड नं चार स्थित शाह के पोखरे का सुंदरीकरण कार्य के साथ कान्हा गौशाला एवं बेसहारा पशु आश्रय योजना के तहत चारे भूसे की आपूर्ति हेतु शासनादेशानुसार संबंधित तीनों योजनाओं के अंतर्गत कुल 13 निर्माण एवं आपूर्ति से संबंधित कार्य कराये जाने से संबंधित निविदा को निरस्त करने से संबंधित पत्रक सौंपा था। जिसमें उन्होंने अधिशासी अधिकारी के विरूद्ध पद का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाये। उसके बाद जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी को जांच का जिम्मा सौंप दिया। वही नगर अध्यक्ष शुक्रवार को लखनऊ नगर विकास विकास मंत्री राकेश राठौर से मिल कर समस्याओं से संबंधित पत्रक सौंपा। जिसमें उन्होंने अधिशासी अधिकारी द्वारा बोर्ड की बैठक में निविदा निरस्तीकरण के आदेश पर हस्ताक्षर करने के बजाय हिला हवालि किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अधिशासी अधिकारी द्वारा नियमों के विरुद्ध मनमाना रवैया अपनाया हुआ है। जिस पर नगर विकास मंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वही उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी ने बताया कि अभी जांच की जा रही है।