गाजीपुर (23 सितम्बर 23)। ग्राम पंचायतों को स्वस्थ, समृद्ध व खुशहाल बनाने के लिए जरूरी है कि पहले उन्हें टीबी जैसी गंभीर बीमारियों से मुक्त बनाया जाए। बिना ग्राम पंचायतों को ‘टीबी मुक्त’ बनाए प्रदेश को इससे मुक्ति नहीं दिलायी जा सकती है। इसी को लेकर शुक्रवार को राइफल क्लब सभागार में टीबी मुक्त पंचायत अभियान हेतु अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया की ‘टीबी मुक्त पंचायत’ बनाने की तैयारी पूर्ण कर ली है। मालूम हो कि ‘विश्व क्षय रोग दिवस’ (24 मार्च) पर इसी साल वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की थी, जिसे अब शीघ्र धरातल पर उतारने की तैयारी है। इसकी पहल जिला क्षय रोग अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) के संयुक्त प्रयास से की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिला से लेकर ब्लॉक स्तर तक के अभियान से जुड़े कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो कि अपने-अपने क्षेत्र के ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित करेंगे। इसके साथ ही जिला टीबी केंद्र के सहयोग से पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत की स्थिति के लिए तैयार किया जाएगा। टीबी मुक्त करने के प्रयासों की गतिविधियों को पंचायत विकास योजनाओं (पीडीपी) में भी शामिल किया जाएगा ।
इस बैठक में सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ देश दीपक पाल, जिला पंचायत अधिकारी अंशुल कुमार मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमन्त राव, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पाण्डेय, जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ मनोज कुमार सिंह, जिलापूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेन्दु, जिला युवा कल्याण अधिकारी सुरेन्द्र सोनकर, जिला समाज कल्याण अधिकारी नगीना यादव, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सचिदानंद तिवारी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ सुजीत मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार सिंह, तथा सभी सी एच सी के अधीक्षक उपस्थित थे।