गाजीपुर। जनपद में वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत सोमवार से ‘दस्तक अभियान’ की शुरुआत की गई। इस अभियान के तहत आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर संचारी व संक्रामक रोगों के मरीजों की पहचान कर उन्हें जांच के लिए चिन्हित करेंगे। इसके साथ ही समुदाय के लोगों को जागरूक करेंगे। समीक्षा बैठक के दौरान विकास खण्ड जखनिया एवं कासिमाबाद मे कार्याे में लापरवारी एवं अधिकाररियों द्वारा समय पर मॉनिटरिंग न करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड विकास अधिकारी जखनिया, कासिमाबद एवं ए डी ओ पंचायत एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी जखनिया एवं कासिमाबाद को स्पष्टिकरण का निर्देश दिया।
सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने तीन अक्टूबर से संचालित विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा की। इसके साथ ही सोमवार से शुरू हुए दस्तक अभियान के लिए विभिन्न निर्देश दिये। ग्रामीण क्षेत्रों में झाड़ियों की कटाई, नालियों की सफाई, गंदे पानी व जल जमाव की स्थिति पैदा न हो, इसके लिए निरंतर कार्य किया जाए। परिवारों के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था की जाए। परिवार के सभी सदस्य शौचालय का ही प्रयोग करे। शौच के लिए बाहर न जाएँ। इसके लिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए। नगर पालिका को निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्रों की जाम नालियों की सफाई, फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव भी शत-प्रतिशत क्षेत्रों में पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि अभियान की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाए। ई-कवच पोर्टल पर समस्त अभियान की रिपोर्टिंग की जाए। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करें। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि मच्छर जनित रोगों से बचाव के जागरूकता के लिए स्टिकर, पोस्टर आदि चस्पा किए जाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान और शहरी क्षेत्रों में पार्षदों का सहयोग लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जाए। यह अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ देश दीपक पाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को इस अभियान का नोडल विभाग बनाया गया है, जो अन्य 10 विभागों के बीच समन्वय बनाकर वेक्टर व जल जनित रोगों से संबन्धित रोकथाम व नियंत्रण गतिविधियों के लिए कार्य कर रहा है। सीएमओ ने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि 16 अक्टूबर से शुरू हुए दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर बुखार,इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस (सर्दी, खांसी, जुकाम) लक्षण वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करें। इसके अलावा टीबी, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया आदि के संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर सूची बनाएँ और तत्काल जांच कराएं। पॉज़िटिव आने पर उनका उपचार सुनिश्चित कराएं।
विभाग की ओर से गठित की गई सर्विलांस टीम संचारी रोगों की नियमित निगरानी कर रही है। साथ ही इन रोगों से बचाव के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार व व्यवहार परिवर्तन गतिविधियां भी की जा रही हैं। उन्होंने अभियान की प्रतिदिन मॉनिटरिंग, पर्यवेक्षण व रिपोर्टिंग करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया। अभियान के सफलतापूर्वक संचालन के लिए सभी विभागों को आपस में समन्वय व सामंजस्य स्थापित कर अपने कार्य व दायित्वों को पूरा करने की आवश्यकता है।
नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ जेएन सिंह एवं जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) मनोज कुमार ने स्वास्थ्य विभाग समेत विभिन्न विभागों की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।