Skip to content

दुर्लभ पांडुलिपियों को डिजिटल रूप में संरक्षित करें महाविद्यालय – कुलपति वन्दना सिंह

गाजीपुर। स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में शनिवार को विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत स्मार्टफोन वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर (डॉ०) वन्दना सिंह मौजूद रहीं। इस दौरान कुल 500 छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन वितरित किया गया। एनसीसी (थल एवं नौ सेना) के छात्र-छात्राओं ने श्री कुशलपाल श्रोतृशाला के समक्ष मुख्य अतिथि को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पी० जी० कॉलेज के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृतिचिन्ह देकर स्वागत किया।मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। प्राचार्य प्रोफ० (डॉ०) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने मंच से स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने बताया कि किस तरीके से स्मार्टफोन और टेबलेट वितरित कर वर्तमान सरकार छात्र- छात्राओं को सूचना क्रांति के मुख्य धारा से जोड़ना चाहती है। उन्होंने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर छात्र-छात्राएं अपने पठन-पाठन को सुगम बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजनाओं के जरिए मिलने वाले लैपटॉप और स्मार्टफोन का सदुपयोग युवाओं को करना चाहिए।

वहीं पीजी कॉलेज के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि युवाओं को नवीन तकनीक पर आधारित शिक्षा देने के लिए पी० जी० कॉलेज जाना जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में नूतन जानकारी के लिए शिक्षकों को समय-समय पर यूजीसी द्वारा आयोजित कार्यशालाओं में भेजा जाता है। इसके साथ ही महाविद्यालय में शिक्षण कार्य नई शिक्षा नीति के अधीन जारी दिशानिर्देशों के तहत कराया जा रहा है। महाविद्यालय परिसर में वाईफाई की सुविधा उपलब्ध है। ऐसे में युवाओं को सरकार की ओर से मिलने वाले स्मार्टफोन के जरिए ई-ट्यूटोरियल और स्टडी मैटेरियल का इस्तेमाल कर अपने एकेडमिक जीवन में बेहतर परफॉर्मेंस देना चाहिए। इस कॉलेज में युवा युवतियों सरकार की ओर से मिलने वाले मोबाइल फोन के जरिए अपने अध्ययन को और बेहतर तरीके से निष्पादित करें।

इस दौरान मुख्य अतिथि प्रोफेसर वन्दना सिंह ने बताया की नई शिक्षा नीति को कुशलतापूर्वक लागू करने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। बच्चों को मिलने वाले स्मार्टफोन और टैबलेट नई शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से लागू करने में उत्प्रेरक का कार्य करेंगी। उन्होंने बताया कि पी० जी० कॉलेज जनपद गाजीपुर का सबसे बड़ा महाविद्यालय है। कुलपति ने कालेज के शोध पुस्तकालय का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि यहां की शोध ग्रंथालय में तमाम दुर्लभ पांडुलिपियों संरक्षित है। महाविद्यालय को हिंडोला पांडुलिपियों को डिजिटल रूप में संरक्षित करने की दिशा में काम करना चाहिए । शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ की ओर संघ के अध्यक्ष विवेक सिंह शम्मी और उपाध्यक्ष विजय सिंह ने बुके देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। संचालन मुख्य नियंता प्रोफे० (डॉ०) एस० डी० सिंह परिहार ने किया। इस अवसर पर स्मार्टफोन वितरण के नोडल अधिकारी प्रोफे० (डॉ०) एन० सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से प्रोफे० (डॉ०) अरूण कुमार यादव, प्रोफे० (डॉ०) जी० सिंह डॉ० रामदुलारे, डॉ० योगेश कुमार, डॉ० हरेन्द्र सिंह, डॉ० रवि शंकर वर्मा, डॉ० रवि शेखर सिंह, डॉ० प्रशान्त कुमार सिंह, डॉ० विजय कुमार सिंह, श्री अविनाश चंद्र, डॉ० अभिषेक यादव, डॉ० गौतमी जायसवारा, डॉ०आलोक रंजन श्रीवास्तव, श्री उत्कर्ष सिंह, श्री पंकज कुमार यादव, डॉ०अशोक कुमार, डॉ० पीयूष कांत सिंह, डॉ०अजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ० नितीश कुमार सिंह, डॉ० अंजनी कुमार गौतम, डॉक्टर संतोष कुमार सिंह, डॉ० शशिशेखर, अरुण कुमार सिंह, प्रेम प्रकाश त्रिपाठी, आशीष, शक्ति, शिवम घनश्याम, कृष्णमुरारी, सुनील, शिवबचन, नीरज सिंह, सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।