जमानियां। स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के पांचवे दिवस दिन बृहस्पतिवार को प्रातः जागरण एवं नित्य कर्म के पश्चात प्रार्थना, राष्ट्रगान के उपरांत योगा, व्यायाम के साथ स्वयं सेवक सेविकाओं द्वारा महाविद्यालय परिसर के व्यायामशाला क्षेत्र की साफ-सफाई कर उसका कायाकल्प किया। प्रथम इकाई द्वारा नशा मुक्ति को लेकर आम जन को जागरूक करने हेतु नुक्कड़ नाटक की सुंदर प्रस्तुति की गई जिसकी उपस्थित जनसमूह द्वारा खूब सराहना की गई। तत्पश्चात छात्र छात्राओं ने पोस्टर मेकिंग में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। पोस्टर का मुख्य थीम महिला सशक्तिकरण व पर्यावरण संरक्षण रहा। बच्चों को कलाकारी मन को मोह लेने वाली थी जिसकी सराहना पूर्व प्राचार्य प्रो अखिलेश शर्मा शास्त्री एवं अन्य जांचकर्ताओं द्वारा की गई। द्वितीय सत्र में सामाजिक व्यक्तित्व विषय पर बोलते हुए समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में विभिन्न तरह के लोग विद्यमान है, अलग अलग सोच, विचारधारा के होने के बावजूद सभी लोग एक ही समाज के अंदर सामंजस्य स्थापित कर पाते है। बातचीत के दौरान उन्होंने स्वयंसेवकों को राष्ट्र निर्माण हेतु दूर दृष्टि, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के तरफ अग्रसर होने का सुझाव दिया। क्योंकि इसके बिना व्यक्तित्व, चरित्र का निर्माण संभव नहीं है। वहीं भौतिक विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ महेंद्र सिंह ने शिविरार्थियों से बातचीत में उन्हें आधुनिक समय में विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका से अवगत कराया । उन्होंने विज्ञान के प्रभावशाली होने के साथ साथ इसके दुष्प्रभाव के बारे में भी बच्चों को बताया। उनका संबोधन बच्चों को इस कदर प्रभावित कर गया की पूरा सेमिनार हाल तालियों की झंकार से गूंज उठा। वहीं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा की दूरदृष्टि और पक्का इरादा ही सभी सफलताओं का मंत्र होता है। कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ राकेश कुमार सिंह तथा आभार कार्यक्रम अधिकारी अभिषेक तिवारी ने किया। इस मौके पर कमलेश कुमार, वीरेंद्र कुमार सहित अभिषेक यादव, मुकेश, चन्द्रमोहन सिंह, मदन मोहन सिंह, विशाल पांडेय, प्रजापति प्रकाश, सृष्टि तिवारी, खुशबू त्रिपाठी, श्रेया सिंह, जागृति तिवारी, शना परवीन, रिया शर्मा, श्रेया सिंह, प्रियंका शर्मा,आंचल वर्मा आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
विज्ञान का सदुपयोग ही तकनीकी क्षेत्र में हो सकेगा प्रभावशाली
- by ब्यूरो