Skip to content

स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास संभव है, योग के प्रति हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय का संदेश

जमानिया। हेल्थ इस वेल्थ (स्वास्थ्य ही धन है), यह पंक्ति हम सब ने कभी न कभी जरूर सुनी होगी और यह सत्य भी है क्योंकि ऐसा कहा जाता है स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास संभव है। अगर तन स्वस्थ रहेगा तो जीवन भी स्वस्थ व दुरुस्त रहेगा। योग शब्द संस्कृत के युज से निकला है, जिसका अर्थ जोड़ना या एकजुट करना  होता है। भारत में योग की परंपरा लगभग 5000 वर्ष से भी अधिक पुरानी है।  इतना ही नहीं यह गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने व इनके संक्रमण से कोसों दूर रखने में भी सहायक होता है।  यही कारण है कि योग के महत्व को देखते हुए प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। 

इसी  क्रम में आज स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में योग दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं को योग के महत्व के बारे में बताया गया साथ ही योग के नियमों से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। छात्र छात्राओं ने समय से उपस्थित होकर योग में भाग लिया । तत्पश्चात  91 यूपी बटालियन के द्वारा आयोजित “प्लास्टिक के उपयोग के प्रति 7 आर जागरूकता”  Re think, Re Design, Re manufacture, Re purpose, Re cycle, Re cover, Re use के बारे में  एनो डा0 अंगद प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में ऑनलाइन वेबीनार के माध्यम से कार्यक्रम संचालित कर समस्त कैडेटों को जागरूक किया गया। इस वेबिनार में कैडेट महजबीन, अनुराधा,ज्योति, नेहा, मुस्कान, प्रदीप, अनिवेश, वसीम, अरुण, अमित आदि समेत सभी कैडेट्स मौजूद रहें। उक्त अवसर पर प्राचार्य प्रो श्रीनिवास सिंह, प्रो अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री, प्रो अरुण कुमार,एसोसिएट प्रो मदनगोपाल सिन्हा ,अंगद प्रसाद तिवारी, इंद्रभान सिंह, बिपिन कुमार ,मातेश्वरी प्रसाद सिंह ,मनोज सिंह ,अमित सिंह ,राकेश चौबे,रविउद्यान,बलिराम सिंह,कमलेश आदि समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।