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कारगिल की चोटियों पर बहाया गया हर खून का कतरा देश के लिए स्मरणीय है – डा अंगद प्रसाद तिवारी

“कारगिल विजय दिवस” वह दिन जिसका इतिहास भारत माता के सीने में सदैव अमर रहेगा। यह दिन अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माता की रक्षा करने वाले वीर जवानों को याद करने का दिन है। कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य शौर्य और वीरता का परिचय देते हुए पाकिस्तान के हजारों सैनिकों को मार गिराया था। वर्ष 1948,1965,1971 सभी युद्धों में जीत दर्ज करने के बाद  अंत में 1999 के कारगिल युद्ध में भी पाकिस्तान की सेना ने मुंह की खाई। पाकिस्तानियों द्वारा भारतीय क्षेत्र की कई रणनीति पहाड़ियों पर कब्जा जमा लिया गया था जिसकी सूचना मिलने पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान के सैनिकों द्वारा कब्जाई गई चोटियों को मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन विजय शुरू किया। जिसके फलस्वरूप हमे कितने भारत मां के वीर सपूत खोने पड़े तब जाकर कहीं कारगिल की चोटियों पर लहराया तिरंगा।

जमानियां। हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानियां द्वारा कारगिल विजय दिवस (रजत जयंती महोत्सव) के तहत हिंदू पीजी कालेज जमानियां में 91 यूपी बटालियन एनसीसी मुगलसराय चन्दौली के समादेश अधिकारी कर्नल पी के मिश्रा के निर्देशानुसार आयोजित हो रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत आज एनसीसी कैडेटों द्वारा सुबह 11 बजे के करीब महाविद्यालय परिसर में कारगिल विजय दिवस के थीम पर अलग अलग प्रकार के पोस्टर बनाए गए। कैडेटों को विजय दिवस की महत्ता के बारे में बताते हुए ए एन ओ अंगद प्रसाद तिवारी ने बताया कि यह दिन हमारे भारतीय इतिहास के लिए कितना महत्वपूर्ण है, किस प्रकार भारतीय सेना अपने प्राणों की बलि चढ़ाकर हमारी सुरक्षा करती है और क्यों एक कैडेट होने के नाते हमारा  । उक्त अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. श्रीनिवास सिंह, वरिष्ठ आचार्य प्रो. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री, कैप्टन अंगद प्रसाद तिवारी  समेत एनसीसी कैडेट वसीम, अमित, शाहिद, विजय पांडे ,विनय कुमार, सुजीत गुप्ता, महजबीन, अनुराधा ,ज्योति, शीतल, नेहा, विद्या तथा अन्य सभी एनसीसी कैडेट्स उपस्थित रहे।