जमानियां । स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में फाइलेरिया की रोकथाम को लेकर जागरूकता कार्यक्रम के तहत एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य श्रीनिवास सिंह ने की। इस जागरूकता कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी शामिल हुए। कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन कर रहे हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए फाइलेरिया मुक्त भारत बनाने का संकल्प लिया। फाइलेरिया गंभीर बीमारी है। समाज के उत्थान और उन्नति के लिए फाइलेरिया मुक्त होना बहुत जरूरी है। फाइलेरिया मुक्त समाज से ही हमारा भविष्य सुरक्षित होगा।भविष्य के समृद्ध युवा पौध को तैयार करने के लिए मौजूदा बच्चों की पीढ़ी को फाइलेरिया के संक्रमण से बचाना होगा। यह समाज के शारीरिक और आर्थिक उत्थान के लिए भी बेहद जरूरी है। मालूम हो कि देश में अपंगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण फाइलेरिया है। यह जितनी जटिल बीमारी है, उतना ही सरल इसका निदान भी है।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ अमित कुमार ने फाइलेरिया से मुक्ति पाने के लिए साल में एक बार दवा का सेवन करने का अनुरोध किया, जो सरकार की ओर से मुफ्त वितरण किया जाएगा। जिसे लगातार 5 साल तक सेवन करना है। आगे उन्होंने कहा कि यह दवा सभी स्वस्थ व्यक्ति खा सकते हैं। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. श्रीनिवास सिंह ने कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो मच्छरों के काटने से यह संक्रमित होता है। फाइलेरिया देश में दिव्यांगता का दूसरा कारण है। दवा खाली पेट नहीं खानी है। 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को दवा नहीं खिलानी है। उन्होंने आगे के वक्तव्य में कहा कि आज 10 अगस्त से चलने वाले सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत खुद भी फाइलेरिया रोधी दवा खानी है। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ अभिषेक तिवारी ने कि एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ राकेश कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के स्वयंसेवक एवं सेविकाओं सहित अनिमेष पांडेय,शीपू, रजत सुमित रक्षा, जागृति तिवारी आदि उपस्थित रहे।