Skip to content

फ्री बिजली की मांग को लेकर सड़क पर उतरे किसान

जमानिया । अखिल भारतीय किसान महासभा -भाकपा(माले) के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान में बुधवार को बिजली विभाग से संबंधित समस्याओं को लेकर हजारों की संख्या में जुटे किसान मजदूरों ने हुंकार भरी और घरेलू बिजली 300 यूनिट फ्री बिजली देने की मांग उठाई।

सभा को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली पंजाब देश के संपन्न प्रदेश हैं वहां 200/300 यूनिट बिजली फ्री है। पूर्वांचल और गाज़ीपुर सबसे पिछड़े इलाके हैं। यहां दलितों गरीबों के पास नियमित आमदनी का कोई जरिया नहीं है । महंगाई के इस दौर में गरीबों को घर परिवार चलाना मुश्किल है। वे हजारों हजार बिजली बिल देने की स्थिति में नहीं हैं। अगर अपने मित्रों का मोदी सरकार 16 हजार करोड़ रुपए माफ़ कर सकती है तो गरीबों का बकाया बिजली बिल माफ होना चाहिए । उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर फर्जी बिल भेजे जा रहे हैं । समुचित बिजली नहीं मिलती। जर्जर तार टूटते रहते हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। अगर इस पर विभाग ध्यान नहीं देगा तो आगामी 23 सितम्बर को जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया जायेगा। सभा को भाकपा ( माले) के जिला सचिव शशिकांत कुशवाहा, किसान महासभा के जिला सचिव सत्येंद्र प्रजापति किसान नेता राम प्रवेश , वरिष्ठ किसान नेता सेराज खान, विजई वनवासी, पांच रतन, कपिल मुनि, गहमर के मन्नू यादव, अनिल राम ऐपवा की जिलाध्यक्ष चंद्रावती बिंद श्याम प्यारी आदि ने संबोधित किया। सभा के बाद जुलूस के रुप में नारा लगाते हुए बिंद मोड़ से होते हुए सभी लोग अधिशासी अभियन्ता कार्यालय पहुंचे। वहां माले जिला सचिव शशि कांत कुशवाहा ने राष्ट्रपति को सम्बोधित तीन सूत्रीय और स्थानीय गांव गांव से जुड़े समस्याओं का 8 सूत्रीय ज्ञापन अधिशासी अभियन्ता को सौंपा और समस्याओं को तत्काल हल करने और गरीबों का काटने पर रोक लगाने की मांग की। अधिशासी अभियन्ता ने समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया।