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हिंदी केवल भाषा मात्र नहीं अपितु देश का गौरव है- प्रो0 अखिलेश शर्मा शास्त्री

जमानियां । स्थानीय स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानियां में आज दिनाँक 14.09.2024 को महाविद्यालय के प्राचार्य के निर्देशानुसार हिंदी दिवस का आयोजन महाविद्यालय के हिंदी विभाग एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृतकार्य आचार्य मदन गोपाल सिन्हा रहे वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एस एन सिंह ने की। उक्त कार्यक्रम हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री के मार्गदर्शन में हुआ। सर्वप्रथम कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए डॉ मदन गोपाल सिन्हा ने अपने वक्तव्य में हिंदी की महत्ता तथा आवश्यकता एवं इसके संवैधानिक स्थिति पर चर्चा की। संवैधानिक स्तर पर हिंदी भाषा के  महत्व को बताया। हिंदी भाषा की राजभाषा के घोषणा को लेकर आज तक के हिंदी भाषा के क्षेत्र में हुए कार्यो तथा स्थिति पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अगली कड़ी में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने अपने वक्तव्य में  हिंदी को राष्ट्रस्तर पर ले जाने की आवश्यकता को लेकर अपना उद्बोधन दिया। उन्होनें कहा की हिंदी हमारी अखण्डता को बनायें रखने का कार्य करती है। हिंदी भाषा के कारण ही आज हम भारतवासी अनेकता से एकता के सूत्र में बधे हुए है। वहीं हिंदी विभाग के सहायक आचार्य डॉ संजय कुमार राय ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी की स्थिति बहुत मजबूत है बशर्ते हमें सामूहिक प्रयास से हिंदी भाषा को  रोजगार से जोड़ने की आवश्यकता है। सहायक आचार्य अभिषेक तिवारी ने अपने वक्तव्य में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी केवल भाषा नही अपितु देश का गौरव है, राजभाषा अथवा राष्ट्रभाषा से कहीं ऊपर है हिंदी का स्थान। हमें अपनी भाषा के प्रति अपने दायित्वों को समझना होगा अन्यथा आने वाले वक्त में हम कमजोर साबित होंगे।

वहीं कैप्टन डॉ अंगद प्रसाद तिवारी, डॉ लालचंद पाल, बिपिन कुमार ने अपनी अपनी बात रखी। अंगद तिवारी ने अपनी  बात रखते हुए कहा कि हिंदी की महत्ता आज की पीढ़ी को समझने की अधिक आवश्यकता है क्योंकि जिस हिसाब से आज का परिवेश पश्चिमी सभ्यता की ओर अग्रसर है, आने वाला समय हिंदी को कठिनाई में डाल सकता है। कार्यक्रम की अगली कड़ी में छात्रा कु0 रिया शर्मा ने हिंदी दिवस पर हिंदी की महत्ता के संदर्भ को बताया। उन्होनें कहा कि इस संदर्भ में हम युवाओं को आगे-आने की आवश्यकता है। कार्यक्रम की अगली कड़ी में परास्नातक की छात्रा कु0 श्रेया ने कहा कि अगर हमे स्वराज्य के लिए जीना है। तो हमे हिंदी के लिए जीना होगा। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. एस एन सिंह ने कहा कि हिंदी हमारे जीवन का आधार जो हमारे व्यक्तित्व तथा राष्ट्रीयता की परिचायक है लेकिन हमें हिंदी के साथ साथ अन्य भाषाओं को सीखना चाहिए। कार्यक्रम में आईक्यूएसी प्रभारी प्रो. अरुण कुमार, अरमान , आशीष, नीतू, सुमन सहित समस्त छात्रगण की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ अभिषेक तिवारी ने किया।