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अंतिम संस्कार में सम्मिलित होने गए वृद्ध के शव की छानबीन में जुटी प्रशासन

जमानियां। सोमवार को अंतिम संस्कार में बड़ेसर शमशान घाट पर शामिल होने गया लहुआर गांव निवासी बाघबली राजभर पुत्र सीताराम राजभर उम्र 55 वर्ष स्नान के दौरान गंगा नदी में डूब गया। साथ गए लोगों ने लगभग एक घंटे बाद मालूम हुआ। तो उसका शव गंगा नदी में इधर उधर खोजना शुरू किया गया। लेकिन शव नही मिलने से परिवार में कोहराम मचने लगा।

जिसके बाद तहसील प्रशासनिक अधिकारी फौरन एसडीआरएफ गोरखपुर को सूचना देकर बुलवाया जिसके बाद मंगलवार की सुबह एस डी आर एफ के जवानों ने गंगा नदी में अपने नांव के माध्यम से इधर उधर खोजबीन शुरू किया। कोतवाली क्षेत्र के लहुआर गांव निवासी किसी के शव को अंतिम संस्कार के लिए बड़ेसर गांव शमशान घाट पहुंचा। बता दें कि शव का अंतिम संस्कार करने बाद बाघबली राजभर पुत्र सीताराम राजभर उम्र 55 वर्ष स्नान के लिए गंगा नदी में उतरा लेकिन पैर फिसलने के कारण गहरे पानी में डूब गया। कई घंटे की मशक्कत के बाद एसडीआरएफ के जवानों ने दोपहर 2 बजे तक शव की बरामदगी नही कर सके। बताया जाता है की कोतवाली क्षेत्र बडेसर गांव स्थित दैत्रावीर मंदिर के पास सोमवार की शाम करीब 5 बजे दाह संस्कार करने आए एक बुजुर्ग स्नान करने के दौरान गहरे पानी में चला गया। पुलिस बुजुर्ग की खोजबीन में जुटी है। जानकारी के अनुसार लहुवार गांव निवासी बागबली राजभर (55) पुत्र सीताराम राजभर गांव के अरविन्द खरवार की माता के देहांत के बाद बडेसर गांव स्थिति दैत्रावीर बाबा मंदिर के पास दह संस्कार करने पहुंचे थे। जहां दाह संस्कार के बाद वह स्नान करने के लिए पास स्थित पक्के घाट पर पहुंचे। स्नान करने के दौरान वह गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। साथ गए लोगों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन पानी अधिक होने के वजह से नहीं बचा पाए। जिसके बाद पुलिस और तहसील प्रशासन को घटना की सूचना दी गई। मौके पर हल्का लेखपाल और पुलिस पहुंची। पुलिस ने शव को खोजने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। गंगा नदी में डूबा बुजुर्ग भठ्ठे पर मजदूरी कर भरण पोषण करता था। उसकी तीन लडकी है। जिसमें से दो की शादी हो गई है। एक की शादी के लिए प्रयास कर रहे थे। इस अवसर पर तहसीलदार राम नारायण वर्मा, कानूनगो इंद्र प्रताप, लेखपाल आदि सहित कर्मी उपस्थित रहे।