गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में निर्माण कार्य, की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार, में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने जल निगम ग्रामीण/शहरी, सी0एन0डी0एफ0, आवास विकास परिषद, लो0नि0वि0, आर0ई0डी, यू0पी0 सिडको, यू0पी0 पी0सी0एल0 वाराणसी, आजमगढ, राजकीय निर्माण निगम आजमगढ, बलिया, वाराणसी, राज्य निर्माण संघ वाराणसी, जल निगम वाराणसी, अभियन्त्रण एवं संघ सहकारी लि0, देवकली पम्प कैनाल प्रथम, द्वितीय, सिंचाई निर्माण खण्ड एवं अन्य कार्यदायी संस्थाओं के निर्माण कार्यो की विस्तृत समीक्षा की। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बिना मेरे अनुमोदन के यू0सी न भेजी जाये, इसके बाद भी कोई भी कार्यदायी/विभाग भेजता है तो उसके उपर कार्यवाही होगी। जो भी अधिकारी निर्माण कार्यो की जॉच हेतु नामित है वह समय समय पर जॉच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगे। जिलाधिकारी ने बैठक मे अधिशासी अभियंता राजकीय निर्माण निगम वाराणसी, अधिशासी अभियंता यूपीपीसीएल, अधीशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खण्ड वाराणसी के अनुपस्थित होने पर स्पष्टिकरण का निर्देश दिया।
बैठक मे जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं से निर्धारित अवधि मे कार्य पूर्ण न करने वाले कार्यदायी संस्थाओं को फटकार लगाते हुए कार्य मे तेजी लाने, पूर्ण हुए कार्याे को हैण्डओवर का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्य मे मानक के अनुरूप एवं गुणवत्तापुर्ण कार्य कराने तथा अधूरे कार्य जो धनाभाव के कारण रूके है की जानकारी लेते हुए पत्राचार करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने धनावंटन के बाद भी कम प्रगति वाले कार्याे पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्याे को गुणवत्तापूर्ण एवं मानक के अनुसार निर्धारित समय के अन्दर पूरा करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होने स्पष्ट किया कि निर्माण कार्याे में किसी भी स्तर पर लापरवाही को बहुत ही गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित विभाग के अधिकारी उसके लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे।
बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र सरोज, परियोजना निदेशक राजेश यादव, अर्थ एवं संख्याधिकारी, ए0डी0एस0टी ओ0, एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारीगण उपस्थित थे।