गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कलेक्टेªट सभागार गाजीपुर में परिषदीय विद्यालयों में कराये जाने वाले निपुण एसेसमेन्ट टेस्ट ( NAT-2024 ) तथा परिषदीय, मान्यता प्राप्त, मकतब/मदरसा, माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में कक्षा 3, 6 एवं 8 के बच्चों की नेशनल एचीवमेन्ट सर्वे ( NAT-2024 ) परीक्षा कराये जाने हेतु समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, एस0आर0जी, जिला समन्वयक, जनपदीय अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि परीक्षा को नकलविहीन एवं शुचितापूर्ण शान्तिपूर्ण ढ़ग से करायी जाये इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। जिससे बच्चों के वास्तविक शिक्षण अधिगम स्तर का आंकलन हो सके। परीक्षा को नकलविहीन एवं शुचितापूर्ण कराये जाने हेतु जनपद स्तरीय अधिकारियों की ब्लाकवार, विकासखण्ड स्तर से विद्यालयवार अन्य विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाते हुए उनकी देख-रेख में परीक्षा सम्पन्न करायी जाय। विकासखण्ड स्तर पर खण्ड शिक्षा अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी की त्रिस्तरीय फ्लाइंग स्क्वायड टीम का गठन करते हुए रैण्डम विद्यालयों का निरीक्षण कराया जाये। जिलाधिकारी द्वारा समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि दिनांक 27 एवं 28 नवम्बर 2024 को निर्धारित परीक्षा में मात्र 06 दिन अवशेष हैं, उन्होने समस्त अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों, अन्य विभाग के कर्मचारियों से सहयोग लेते हुए बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए परीक्षा की पै्रक्टिस करायंे जिससे अधिक से अधिक बच्चे परीक्षा में अच्छे ग्रेड प्राप्त कर सकें।
बैठक के दौरान विकासखण्ड जखनिया, बाराचवर, भावरकोल, कासिमाबाद, सादात में बच्चो की औसत उपस्थिति कम होने के कारण खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों से आनलाईन बैठक करते हुए उनको परीक्षा की महत्ता के दृष्टिगत अभिप्रेरित करते हुए निर्देशित करें कि अभी से अधिक से अधिक बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए प्रैक्टिस करायें जिससे कि परीक्षा के दिन शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति हो सके। जनपद में कार्यरत एस0आर0जी0 को ऐसे विकासखण्ड जहाँ पर बच्चों की औसत उपस्थिति कम है, वहां पर कार्यरत ए0आर0पी0 एवं प्रधानाध्यापकों की आनलाईन एवं आफलाईन बैठक करते हुए विषेश ध्यान दें जिससे कि सभी विकासखण्ड में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।