गाजीपुर। संविधान सभा के स्थाई अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में न केवल संविधान का निर्माण हुआ,वरन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संविधान का निर्माण संविधान समिति के विद्वानों ने किया। दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारतवर्ष का संविधान पूर्ण और पुष्ट है। ये बातें भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर नगर के चित्रगुप्त मंदिर परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश माननीय शक्ति सिंह ने कही। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद ने न केवल भारत को आजादी दिलाने के लिए संघर्ष किया,बल्कि संविधान के निर्माण से लेकर आजाद भारत को भी कुशल नेतृत्व दिया। आधुनिक भारत के निर्माण में डॉ राजेंद्र प्रसाद की भूमिका अहम है।
पूर्व कुलपति एवं मुख्य वक्ता प्रो. हरिकेश सिंह ने डॉ राजेंद्र प्रसाद को सादगी, सुचिता और स्वाभिमान की त्रिवेणी कहा। कार्यक्रम में उपस्थित गोरखपुर के महापौर आदरणीय मंगलेश ने कहा कि कायस्थ कुलोदभव डॉ राजेंद्र प्रसाद देश की गरिमा के लिए जीवन पर्यंत समर्पित रहे, उन्होंने निष्पक्ष रहकर आजीवन देश सेवा की। डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा ददरीघाट द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका विषय ‘‘भारतीय संविधान के निर्माण में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की भूमिका‘‘ रही। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि शक्ति सिंह अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं महापौर गोरखपुर मंगलेश श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। सभी अतिथियों का स्वागत महामंत्री अजय श्रीवास्तव एवं उपाध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव द्वारा स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र प्रदान कर किया गया। स्वागत संबोधन जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंगे बृजेश कुमार श्रीवास्तव एवं विषय प्रवर्तन प्रो. सानंद सिंह ने किया।
कार्यक्रम के दौरान जनपद के कई बुद्धजीवियों ने विषय पर प्रकाश डाला कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ.प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ‘अनंग‘ प्रोफेसर स्वामी सहजानंद पी. जी. कालेज ने किया एवं धन्यवाद-आभार शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने प्रकट किया। इस अवसर पर आनंद शंकर श्रीवास्तव, डॉ रामदुलारे, डॉ कृष्णानंद चतुर्वेदी, प्रो. अजय राय, डॉ. निवेदिता सिंह, डॉ. सौम्या वर्मा, डॉ. रीतू श्रीवास्तव, डॉ. निरंजन यादव, आदि लोग उपस्थित रहे।