जमानिया। इन दिनों नए नए तरीका अपना कर अपराधी अपराध की घटना को अंजाम दे रहे है। ऐसा ही एक साइबर अपराध का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें दौदही गांव निवासी नेवी में रिटायर्ड ऑफिसर शिव बच्चन सिंह को उनके बड़े बेटे की गिरफ्तारी बता कर पैसे ऐंठने का प्रयास किया गया। पीड़ित को फोन कॉल के जरिए दावा किया कि उसका बड़े बेटे को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है।
फोन करने वाले ने खुद को “दिल्ली से सब इंस्पेक्टर” बताते हुए पीड़ित से तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की मांग की। हालांकि, शिव बच्चन को यह ज्ञात हो गया कि कोई ठग फोन कर पैसा ऐंठने के फिराक में है। क्योकि उनके पुत्र सुनील कुमार सिंह की मौत बिजली का करंट लगने से वर्ष 2006 में हो चुकी थी तो उसे दिल्ली में पुलिस कैसे गिरफ्तार कर सकती है। जिस पर उन्होंने कॉलर से उसके बारे मे जानकारी मांगना शुरू किया तो उसने बताया कि वह दिल्ली से सब इंस्पेक्टर विजय बोल रहा है। उनका शक और गहरा गया क्योकि वाट्सऐप के डीपी इस्पैटर की फोटो थी और नाम अमित आ रहा था। जिसके बाद उन्होंने जब उन्होंने उसकी तैनाती आदि के बारे में जानकारी मांगने लगे। जिस पर वह हिचकिचाने लगा और भद्दी भद्दी गाली देते हुए फोन काट दिया। उन्होंने बताया कि यह फोन उनके व्हाट्सएप पर आया था। जिस कारण रिकार्डिग नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है। हालांकि उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी और न ही कही इसकी शिकायत की। इस घटना के बाद शिव बच्चन सिंह ने इसे सार्वजनिक कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के फर्जी कॉल करने वाले अपराधी मासूम लोगों को अपनी गाढ़ी कमाई लूटने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस लगातार करती है अपील:
ऐसी किसी भी कॉल पर बिना पुष्टि के प्रतिक्रिया न दें।
तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित करें।
कॉल की रिकॉर्डिंग या अन्य सबूत संभाल कर रखें।
बैंकिंग और व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।