गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों की स्थापना, क्रियान्वयन, और संचालन प्रबंधन पर एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने माननीय मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा सौभाग्य योजना के तहत गोवंश आश्रय स्थलों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने और पशुओं के संरक्षण हेतु निर्देश जारी किए।
पशु संरक्षण पर निर्देश:
- दुधारू पशुओं की सुपुर्दगी:
- कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के परिवारों में दुधारू पशु सुपुर्द करने का निर्देश।
- पशु चिकित्सा अधिकारियों को नियमित वेरिफिकेशन और मृत्यु के बाद भुगतान रोकने की सख्त हिदायत।
- सर्दियों से बचाव की व्यवस्था:
- आश्रय स्थलों पर अलाव, चारा, पानी, टीन शेड, तिरपाल, और साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश।
- गोवंशों के लिए केयर टेकर और हरे चारे की व्यवस्था की अनिवार्यता।
- गोबर प्रबंधन:
- मनरेगा योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट पिट का निर्माण सुनिश्चित।
- चारागाह विकास:
- चारागाह की भूमि चिन्हित कर वहां हरे चारे की बुआई कराई जाए।
विशेष अभियान:
- खंड विकास अधिकारियों को एक सप्ताह का अभियान चलाकर क्षेत्र के सभी छुट्टा गोवंशों को आश्रय स्थलों में संरक्षित करने का निर्देश।
- अभियान की समाप्ति पर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की अनिवार्यता।
निगरानी और रिपोर्टिंग:
- नामित नोडल अधिकारी हर माह आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
- पशु चिकित्साधिकारियों को शत-प्रतिशत टीकाकरण, टैगिंग, और इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश।
बैठक में सहभागिता:
इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक राजेश यादव, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका गाजीपुर और नगर पंचायत सैदपुर सहित सभी खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने इस अभियान में सभी अधिकारियों से सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा की, जिससे गोवंशीय पशुओं का बेहतर संरक्षण सुनिश्चित हो और क्षेत्र में छुट्टा पशुओं की समस्या का समाधान किया जा सके।