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शिक्षा का अर्थ है उस पूर्णता को प्रकट करना जो पहले से ही हर मनुष्य में विद्यमान है – डॉ अभिषेक त्रिपाठी

जमानियां। पी एम श्री कम्पोजिट विद्यालय बरुईन बाजार में वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अभिषेक त्रिपाठी व विशिष्ट अतिथि सुनील सिंह( ARP)व संदीप कुमार वर्मा रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के तैल चित्र दीप प्रज्जवलन व पुष्प अर्पित कर प्रारंभ हुआ। वार्षिकोत्सव का आयोजन किसी भी संस्था, विद्यालय, संगठन या सामाजिक समूह के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। यह आयोजन पूरे वर्ष की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने और नए जोश व उत्साह के साथ भविष्य की योजना बनाने का एक शानदार अवसर है।

आयोजित कार्यक्रम व कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य:

विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा अनेक सांस्कृतिक नृत्य एवं नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किये गये। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सच्चिदानंद एवं सहायक अध्यापक अजय कुमार सुनीता यादव, रविप्रकाश उपाध्याय सरोज सिंह अभिमन्यु प्रसाद शर्मा शिक्षा मित्र गोकुल सिंह यादव पंकज दूबे निर्मला रावत रजनी सिंह व एजाज अंसारी परिचारक की उपस्थिति में विद्यालय परिवार के प्रयास व बच्चों के लग्न व तत्परता के कारण सारे आयोजन सुचारू रूप से सम्पन्न हुआ।

मुख्य अतिथि का संबोधन व समापन:

मुख्य अतिथि डॉ अभिषेक त्रिपाठी द्वारा अपने संबोधन से बच्चों एवं अध्यापको का उत्साहवर्धन किया गया तथा उपस्थित अविभावकों को शिक्षा का महत्व बताकर शिक्षा के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन के हर पहलू को बेहतर बनाती है। यह एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से प्रगति का मार्ग प्रशस्त करता है। इसलिए, शिक्षा को हर व्यक्ति का अधिकार और समाज की प्राथमिकता बनाना आवश्यक है। शिक्षा का उद्देश्य है—गहन सोच और गंभीरता के साथ सोचना सिखाना। बुद्धिमत्ता और चरित्र, यही सच्ची शिक्षा का लक्ष्य होता है। और ज्ञान में किया गया निवेश सर्वाधिक ब्याज प्रदान करता है। शिक्षा आपके आने वाले सुनहरे भविष्य का पासपोर्ट है, क्योंकि आने वाला कल उन्हीं का है जो आज इसकी तैयारी करते हैं। अंत में उन्होंने अपनी वाणी को विराम देते हुए कहा कि “एक बच्चा, एक शिक्षक, एक किताब और एक कलम पूरे संसार का कायापलट कर सकते हैं”।अंत में प्रधानाध्यापक के समापन सम्बोधन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।