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“किसान का जीवन एक तपस्या है, उसकी हर सांस धरती को सींचने और देश को पोषित करने में लगती है।”

गाजीपुर। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी की जयन्ती के अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कॉलेज गाजीपुर में किसान सम्मान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सपना सिंह, मा0 नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सरिता अग्रवाल, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी द्वारा सामुहिक रूप से चौधरी चरण सिंह जी के चित्र पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया ।

जिला पंचायत अध्यक्ष का संबोधन:

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सपना सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मा0 चौधरी चरण सिंह जी भारत के पाचवें प्रधानमंत्री रहें जो किसानों के मसिहा थे और हमेशा किसानों के लिए लड़ते रहे।वर्तमान में मा0 प्रधानमंत्री तथा मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा विभिन्न योजनाए लागू करके किसानों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है। किसानों को  उनकी फसलों का उचित मूल्य दिया जा रहा, इसके साथ ही उन्हें  आमजन से अपील की, कि किसान की फसलों को बढावा देकर हम सब लोगों को किसान हित में कार्य करना है। भारत सरकार तथा उ0प्र0 सरकार द्वारा किसानों के हित को ध्यान में रखकर विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं अतः आप सभी इन योजनाओं का लाभ लें।

नगर पालिका अध्यक्ष का संबोधन:

श्रीमती सरिता अग्रवाल ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए बहुत सी हितकारी व कल्याणकारी योजनाएं संचालित है, किसानों को उनका लाभ लेकर एवं वैज्ञानिकों की सलाह के साथ आगे बढ़ना चाहिए। पीएम किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत प्रत्येक कृषक को रू0 6000 प्रति वर्ष प्रदान किया जा रहा है जिससे किसानों को खेती कार्य में बड़ी राहत मिल रही है। वहीं कृषकों को पेंशन देने के लिए किसान मान धन योजना चलाई जा रही है। सरकार कृषकों की आय को बढ़ाने के लिए बहुत तत्परता से कार्य कर रही है इसलिए हम सबको इन सभी योजनाओं से जुड़ना चाहिए।

जिलाधिकारी का संबोधन:

जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसानों के विकास से ही देश का विकास संभव है। यदि किसानों का विकास होगा तो स्वत ही देश का विकास होगा। इसलिए जनपद के किसानों को खाद व बीज उचित मूल्य व समय-समय पर उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए ताकि किसानों को खाद, बीज के लिए किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि एवं कृषि से जुड़े अन्य योजनाओं से प्रत्येक वंचितों को जोड़ना प्राथमिकता है। आगे उन्होने कहा कि किसानो को कार्यशाला आयोजित करके कृषि वैज्ञानिकों द्वारा खेती में उत्पाद बढाने के बारे मे जानकारी दी जाय। किसान भाई उस तकनीक को अपनाकर फसलो का उत्पाद बढा सकते है। कृषक खेती के साथ- साथ पशुपालन, बकरी पालन, मछली पालन को भी अपनाये जिससे आमदनी मे बढोत्तरी होगी। उन्होने किसान भाईयों से कहा कि शासन की मंशा है कि मिलेट्स को बढावा दिया जाय। इसलिए आप लोग ज्वार, बाजरा, सांवा, रागी आदि की खेती को बढावा दे। अंत में जिलाधिकारी ने दूर दराज से आये कृषकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

वैज्ञानिक खेती के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी:

उपस्थित किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न फसलों के वैज्ञानिक खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डॉ0 धर्मेंद्र कुमार सिंह ने मृदा से संबंधित जानकारी किसानों को दी। डॉ0 ओंकार सिंह ने किसानों को मौसम संबंधी जानकारी, मौसम के प्रभाव को फसलों पर कम करने के सुझाव दिए।

विभिन्न योजनाओं से किसानों को कराया गया अवगत:

वहीं विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में किसानों को बताया। अतीद्र सिंह, उप कृषि निदेशक द्वारा चौधरी चरण सिंह जी, पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

उत्कृष्ट कार्यों के लिए किया गया सम्मानित:

इस अवसर पर कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, उद्यान विभाग, दुग्ध विभाग एवं मत्स्य विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कुल 36 किसानों को प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र भेट कर सम्मानित किया गया।

प्रथम पुरस्कार:

दिलीप कुमार शर्मा, अमरनाथ, बृजेश सिंह, राघवेंद्र नाथ पांडे को कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रथम पुरस्कार दिया गया।

विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल:

किसान दिवस के अवसर पर विभिन्न विभागों, एफपीओ एवं खाद बीज के प्रतिष्ठानों द्वारा अपना अपना स्टॉल भी लगाया गया जिसका अतिथियों एवं जिलाधिकारी द्वारा अवलोकन कर जानकारी ली गई।

उपस्थित गणमान्य:

किसान दिवस के इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला मत्स्य अधिकारी के साथ कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कॉलेज एवं कृषि विज्ञान केंद्र आकुशपुर के वैज्ञानिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन जिला कृषि द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर किया गया।