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बैठक के दौरान की गई विभिन्न विभागीय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा

गाजीपुर। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग, उ0प्र0 के मा0 अध्यक्ष (राज्य मंत्री) राजेश वर्मा एवं सदस्य राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग मा0 शिवमंगल एवं मुरहू राजभर द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी।

मा0 अध्यक्ष द्वारा सभी विभागों से उनकी योजनाओं/पिछड़ेे वर्गों के आरक्षण/उत्पीड़न/पिछड़े वर्गों के हितार्थ सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं/आउटसोर्सिंग में पिछड़े वर्गों के आरक्षण की स्थिति से सम्बन्धित बिन्दुओं पर विस्तार से समीक्षा की गयी। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा संचालित पिछड़ी जाति शादी अनुदान योजनान्तर्गत 954 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है। पूर्वदशम छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत 12374 छात्रों को एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत कक्षा 11-12 में 8293 छात्रों को छात्रवृत्ति धनराशि प्रेषित की जा चुकी है। कम्प्यूटर प्रशिक्षण योजनान्तर्गत 900 प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विगत वर्ष में छात्रवृत्ति से वंचित छात्रों एवं कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षणार्थियों के समायोजन के विषय में सूचना चाही गयी।

मा0 अध्यक्ष द्वारा की गई विभिन्न विभागीय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा:

बैठक में उन्होने बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक से उनके विभागीय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की तथा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से गौशालाओं की देख-रेख एवं उनकी वर्तमान स्थिति के विषय में, श्रम विभाग के लम्बित केसों एवं सेवायोजन विभाग द्वारा रोजगार मेलो के आयोजन के बारे में जानकारी ली। पिछड़े वर्गो के आरक्षण के क्रम में जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा बताया गया कि उनके यहा उचित दर की दुकानों में 610 दुकाने अन्य पिछड़े वर्गो के लिए आरक्षित है। मा0 अध्यक्ष द्वारा जनपद में अन्य पिछड़े वर्गो के लिये संचालित योजनाओं का लाभ अधिक संख्या में लाभार्थियों तक पहुचाने हेतु समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया। उक्त सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य द्वारा मा0 अध्यक्ष को निर्देशानुसार कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया गया।

बैठक में:

जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।