जमानियां। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के ताजपुर मांझा गांव में विद्युत विभाग की चेकिंग के दौरान मारपीट और अवैध वसूली के आरोपों से हड़कंप मच गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) समेत दर्जनभर कर्मचारियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव के निवासी संजीत कुमार गुप्ता ने कुछ दिन पूर्व सीजेएम कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी कि विद्युत विभाग की टीम चेकिंग के नाम पर गांव में पहुंची थी। इस दौरान कर्मचारियों ने केबल जोड़ने के बहाने उपभोक्ताओं से अवैध वसूली शुरू कर दी। जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, तो कर्मचारी भड़क गए और गाली-गलौज तथा मारपीट करने लगे।
शिकायतकर्ता संजीत गुप्ता का आरोप है कि इस हंगामे के दौरान विद्युत कर्मियों ने उनकी जेब से दो हजार रुपये भी निकाल लिए। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई, जिसके बाद लोगों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ और विद्युत कर्मचारी वहां से फरार हो गए।सीजेएम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में कोतवाली पुलिस ने जेई शंकर सिंह, इंद्रजीत पटेल, सुजीत सिंह, अरविंद समेत 8-10 अज्ञात विद्युत कर्मियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और अवैध वसूली समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपित कर्मचारियों को बयान दर्ज कराने के लिए कोतवाली में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जांच के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद विद्युत विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।