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“युवा शक्ति और विकसित भारत” विषय पर प्रभावशाली संगोष्ठी आयोजित,
एनसीसी कैडेट्स ने लिया विकसित भारत के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प

जमानिया(गाज़ीपुर)। हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शुक्रवार को “युवा शक्ति और विकसित भारत” विषय पर एक गरिमामयी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह आयोजन 91 यूपी बटालियन एनसीसी के कमान अधिकारी कर्नल अमर सिंह के निर्देशानुसार संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. श्रीनिवास सिंह ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि “युवा ही किसी भी राष्ट्र की असली ताकत होते हैं। यदि वे सही दिशा में कार्य करें, तो कोई भी शक्ति देश को विकसित बनने से नहीं रोक सकती।” उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा, तकनीक और सेवा के माध्यम से देशहित में अपना योगदान दें।

डॉ. संजय सिंह, इतिहास विभागाध्यक्ष, ने अपने वक्तव्य में कहा कि “भारत की ऐतिहासिक विरासत और सांस्कृतिक शक्ति का मेल तभी सार्थक होगा जब युवा पीढ़ी उसे आधुनिकता से जोड़कर आगे बढ़ाएगी।”

डॉ. राकेश सिंह, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष, ने अपने वक्तव्य में कहा कि “वर्तमान युवा पीढ़ी में असीम ऊर्जा और संभावनाएं हैं। बस आवश्यकता है सही मार्गदर्शन और अवसरों की।”

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर जोर देते हुए कहा कि “आज का युवा जिस प्रतिस्पर्धा के दौर से गुजर रहा है, उसमें आत्मबल और आत्मविश्वास सबसे बड़ी पूंजी है।”

डॉ. अंगद प्रसाद तिवारी, एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर, ने युवाओं को राष्ट्रीय सेवा और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स की सराहना करते हुए कहा कि “ऐसे कार्यक्रम युवाओं को नेतृत्व और दायित्व का बोध कराते हैं।””युवाओं में असीम ऊर्जा होती है, बस ज़रूरत है उसे राष्ट्रहित की दिशा में मोड़ने की। एनसीसी जैसी संस्थाएं युवाओं को केवल अनुशासन ही नहीं सिखातीं, बल्कि उनमें नेतृत्व, कर्तव्यबोध और सामाजिक समर्पण की भावना भी विकसित करती हैं।”

डॉ. अभिषेक तिवारी का संबोधन कार्यक्रम की विशेष झलक बना। उन्होंने जोशपूर्ण अंदाज़ में कहा:

“युवा शक्ति वह धधकता हुआ ज्वालामुखी है, जो यदि दिशा में बहे तो विकास की नदी बन जाती है। यह वही शक्ति है जो चंद्रयान से लेकर स्टार्टअप्स तक में भारत का नेतृत्व कर रही है। अब समय आ गया है कि हम युवा केवल सपना न देखें, बल्कि उसे साकार भी करें।” कार्यक्रम का संचालन भी डॉ. अभिषेक तिवारी ने अत्यंत प्रभावशाली एवं सधे हुए अंदाज़ में किया, जिससे श्रोताओं में विशेष उत्साह बना रहा।

अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अंगद प्रसाद तिवारी ने करते हुए सभी अतिथियों एवं कैडेट्स के प्रति आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी के समापन पर उपस्थित समस्त एनसीसी कैडेट्स एवं विद्यार्थियों ने शपथ ली कि वे “विकसित भारत” के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इस प्रेरणादायी संगोष्ठी ने न केवल युवाओं को जागरूक किया, बल्कि उन्हें राष्ट्रनिर्माण की दिशा में संकल्पित भी किया।