गाजीपुर। करंडा ब्लॉक परिसर में पंचायत सचिवालय के भुगतान में देरी और योजनाओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ अनिश्चितकालीन धरना शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। ग्राम प्रधान राजेश बनवासी के नेतृत्व में चल रहे इस आंदोलन ने अब चेतावनी का रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक जिलाधिकारी खुद मौके पर नहीं आते, आंदोलन समाप्त नहीं होगा।
“बिना कमीशन के नहीं होता कोई काम”
ग्राम प्रधान राजेश बनवासी ने आरोप लगाया कि करंडा ब्लॉक में बिना कमीशन कोई कार्य संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि पंचायत सचिवालय बनकर तैयार है, लेकिन उसका भुगतान वर्षों से लंबित है। यह केवल फंड की समस्या नहीं, बल्कि लोकतंत्र की खुली लूट है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कदम नहीं उठाया, तो भूख हड़ताल का रास्ता अपनाया जाएगा।
जनता ने संभाली कमान, गूंजे नारे
धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा और ग्रामीण मजदूर शामिल हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक लेकिन सख्त तेवर के साथ डटे हुए हैं। नारेबाजी ने माहौल को और गर्मा दिया —
“धरती हिलाएंगे, करंडा बचाएंगे!”
“DM आएं या हम चलें ज़िले भर!”
प्रशासन मौन, करंडा उबाल पर
खबर लिखे जाने तक कोई भी वरिष्ठ अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचा था और न ही कोई ठोस आश्वासन मिला है। आंदोलनकारियों ने चेताया कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो यह आंदोलन करंडा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे जिले में फैल जाएगा।