जमानियाँ (गाज़ीपुर)। क्षेत्र के ग्राम डेवढ़ी में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को भव्यता के साथ संपन्न हुआ। समापन दिवस पर वृंदावन से पधारे प्रसिद्ध कथा वाचक पूज्य श्री श्री धीरू भाई जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का रसपान कराते हुए श्रद्धालुओं को आत्मविभोर कर दिया।कथा के दौरान उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मात्र से जीवात्मा का कल्याण होता है। जो व्यक्ति प्रकृति के संकेतों पर चलता है, वह जीवात्मा कहलाता है और जिसके संकेत पर प्रकृति संचालित हो, वही परमात्मा होता है। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के गृहस्थ जीवन को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि संतुलित वाणी और आचरण से ही गृहस्थ जीवन सुखमय बनता है।
श्री धीरू भाई जी ने श्रीकृष्ण-सुदामा की मित्रता की कथा सुनाते हुए बताया कि जहां मित्रता में स्वार्थ न हो, वही मित्रता सच्ची और स्थायी होती है। उन्होंने कहा कि आज के युग में सोशल मीडिया पर हजारों मित्र तो दिखते हैं, लेकिन जीवन के कठिन समय में सच्चे मित्रों की संख्या उंगलियों पर गिनी जा सकती है। कथा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने ध्यानपूर्वक भगवान की लीलाओं का श्रवण किया और भक्ति भाव में लीन हो गए। आयोजन समिति के सदस्य हरेंद्र सिंह ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ 5 मई से आरंभ होकर 12 मई को भंडारे व प्रसाद वितरण के साथ सम्पन्न होगा।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान बबलू सिंह, शिक्षक सुरेन्द्र सिंह, सुशील सिंह, कैलाश सिंह, अरविन्द सिंह, अयोध्या सिंह, सतीश तिवारी, अभिषेक सिंह, विनोद सिंह, जनार्दन सिंह पप्पू, पंकज सिंह, राहुल सिंह डेढ़ावल सहित हजारों क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।गांव में सात दिन तक चले इस दिव्य आयोजन ने आध्यात्मिक वातावरण में नई ऊर्जा का संचार किया और श्रद्धालुओं के मन में भक्ति का संकल्प प्रबल किया।