जमानियां (रेवतीपुर)। हसनपुरा गांव स्थित पंचायत भवन से लाखों रुपये के सामान की चोरी के मामले में दोषी सचिव आर.एन. पाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा। ग्राम प्रधान ऋषिकेश राय के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने ब्लॉक मुख्यालय पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने दोषी सचिव की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। धरने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने-बुझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। अंततः उच्च अधिकारियों द्वारा टेलीफोन पर कार्रवाई का ठोस आश्वासन दिए जाने के बाद लगभग दो घंटे बाद धरना स्थगित कर दिया गया।
ग्राम प्रधान ऋषिकेश राय ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन द्वारा शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो गुरुवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें धरना समाप्त करने का दबाव डाला जा रहा है, लेकिन वे जनहित और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे। धरना स्थल पर मौजूद छात्र नेता अनुप राय ने सचिव को बचाने की साजिश को निंदनीय बताते हुए कहा कि यह आंदोलन अब केवल गांव तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की आवाज बन चुका है। भाजपा मंडल उपाध्यक्ष सुजीत राय ने भी प्रदर्शन को समर्थन देते हुए कहा कि एक अधिकारी द्वारा प्रधान को धमकाया जाना अत्यंत आपत्तिजनक है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शन में ग्रामीण दर्जनों वाहनों के काफिले के साथ ब्लॉक मुख्यालय पहुंचे और लगातार दोषी सचिव के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते रहे। इस मौके पर अनुसूचित मोर्चा मंडल अध्यक्ष जवाहिर राम, फुन्नू, चिन्नी लाल, शिवकुमार, भरत यादव, दीनानाथ पांडेय, बब्बन राम, शिवशंकर, संतोष, मुन्ना, झुन्ना डॉक्टर, जितेंद्र राम सहित अनेक गणमान्य ग्रामीण मौजूद रहे।धरने के संबंध में बीडीओ जमालुद्दीन खां ने बताया कि ग्रामीणों से संवाद कर उन्हें दोषी सचिव के विरुद्ध जांच के आधार पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। हालांकि ग्रामीणों के तेवर से स्पष्ट है कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।