जमानियां। स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों की बैठक महाविद्यालय में आज अपराह्न 2:00 बजे आहूत हुई जिसमें इकाई दो के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अरुण कुमार ने स्वयंसेवक, सेविकाओं को मीडिया के माध्यम से अनुरोध किया कि आप लाक डाउन का अक्षरसः पालन करें और लोगों से ऐसा कराएं भी। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने स्वयंसेवक सेविकाओं से अपील की कि आपके गांव, मोहल्ले में अन्य महानगरों से या विदेश से जो लोग आए हैं उनकी सूचना सभासद, ग्राम प्रधान या कार्यक्रम अधिकारियों के माध्यम से प्रशासन को देने का कष्ट करें जिससे कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या रोकी जा सके।उन्होंने कहा कि लाक डाउन का पूर्णतया पालन करें,बार-बार साबुन से हाथ धूलें, सैनिटाइजर का प्रयोग करने व घर परिवार को स्वच्छ रखने के साथ-साथ इसका भी ध्यान रखें कि अगर किसी को सर्दी जुकाम या तेज बुखार है तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क कराएं। सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राकेश कुमार यादव के निर्देश पर राष्ट्रीय सेवा योजना परिवार इस भीषण महामारी से जूझने में यथा आवश्यक सहयोग स्थानीय प्रशासन को देने को तत्पर है। मानवता की यह सबसे बड़ी सेवा है जिसमें आप द्वारा किसी की मदद हो सके । अपने आसपास के जरूरतमंद लोग भूखे न सोने पाए इसकी भी हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है जिसका हमें निर्वहन करना चाहिए। वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी और इकाई द्वितीय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ.अरुण कुमार, लिपिक इंद्रभान सिंह, पुरातन छात्र सुनील कुमार चौरसिया, पवन कुमार चौरसिया उपस्थित रहे जिन्होंने क्षेत्रवार फैले स्वयं सेवक सेविकाओं से मोबाइल पर एसएमएस, व्हाट्सएप एवं अन्य माध्यमों से प्रशासन एवं सरकार की गाइड लाइन को स्वयं पालन करने एवं दूसरों को प्रेरित करने का अनुरोध सम्बन्धित से किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना और नगर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ.विजय श्याम पांडेय एवं कतिपय प्रतिष्ठित लोगों के सहयोग से स्टेशन बाजार,मान्यवर कांशीराम आवास योजना के समीप की झुग्गियों,चक्का बांध स्थित जरूरतमंद लोगों में खाद्यान्न वितरण किया गया। इसमें करजहिं के प्रधान अजय गुप्ता, मेराज अहमद, राजेश जायसवाल, सुनील कुमार चौरसिया, कृष्णा वर्मा, विनय जायसवाल, डॉ.अरुण कुमार, डॉ.अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री आदि ने आर्थिक व शारीरिक सहयोग किए।