जमानियां। उड़ान पंखों से नहीं हौसलों से होती है, यह कहावत नगर क्षेत्र स्थित दुरहिया के पास की एक छोटी बच्ची ने कर दिया। अपने छोटी-छोटी बचत को गुल्लक में सुरक्षित रखने वाली नन्ही बच्ची ने लॉक डाउन के दौरान परेशानियों से जूझ रहे जरूरतमंदो को देने का फैसला किया।
बताते चले कि मंगलवार की सुबह आठ बजे के करीब कोतवाली के उपनिरिक्षक मंशाराम गुप्ता अपने हमराही कांस्टेबल गोविंद सिंह, अभिजीत सिंह व विवेक पाण्डेय के साथ कोरोना वायरस की वजह से हुये लॉक डाउन का पालन करने के लिए भ्रमण कर रहे थे। तभी गाड़ी का सायरन सुन कर दुरहिया के पास उस छोटी सी बच्ची ने मुह पर मास्क लगाये घर से बाहर सड़क के किनारे आकर पुलिस की गाड़ी को रुकवाया। अचानक बच्ची के द्वारा आवाज देकर गाड़ी रुकवाने पर आनन फानन में गाड़ी रुकी और कांस्टेबल गाड़ी से उतरकर अभी कुछ पूछने ही वाले थे कि बच्ची ने उपनिरिक्षक मंशाराम को अपने द्वारा बचत कर गुल्लक में रक्खे पैसों को यह कहकर दिया कि अंकल जी मेरे भी पैसों से कोरोना वायरस की वजह से हो रही लोगो की परेशानियों को दूर करने की लिए बिस्कुट व टोस्ट आदि खरीद कर जरूरत मन्द लोगो मे बाट दीजियेगा। छोटी सी बच्ची के इस बात को सुनकर सभी लोग दंग रह गये। इस बच्ची के इस छोटे से पर हौसला बुलंद बात से एक बात तो स्पष्ट है कि बच्ची का यह कृत समाज के लिए एक मैसेज व संजीवनी का काम करेगा जो आने वाले दिनों में एक नजीर बनकर उभरेगा। इस दौरान मंशाराम गुप्ता ने कहा कि इस बच्ची के छोटे से ही सही परन्तु इसके नन्हे हाथों ने कमाल कर दिया और उसके भगीरथ प्रयास व उसकी सोच को मैं दिल से धन्यवाद व शलयूट करता हूं कि उसने आज जो समाज को गरीबो व असहायों की मदद करने का मैसेज दिया है वह आने वाले समय मे मिल का पत्थर साबित होगा। लोगो को जब इस बात का पता चला तो लोगो ने इस बच्ची के कार्य को खूब सराहा व उसके जज्बे का सलाम किया।