गाजीपुर। जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के मिशन निदेशक के तरफ से सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं।
इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस की थीम “आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी” रखी गयी है। यह जानकारी एसीएमओ आर सी एच डॉ0 के के वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि इस थीम का मुख्य उद्देश्य है कोविड-19 महामारी में भी जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए समाज को जागरूक करने के साथ – साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति प्रदान करना है | पखवाड़े के दौरान जनसाधारण को संवेदीकृत किये जाने के लिए विभिन्न स्तरों पर व्यापक व सघन प्रचार – प्रसार किया जाना अपेक्षित है। उन्होने कहा कि पिछले वर्ष 2019 में प्रदेश में गाज़ीपुर ने चौथा स्थान प्राप्त किया था जिसको बरकरार रखने के लिए इस बार भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरा प्रयास किया जाएगा।
इस दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियाँ : डॉ केके वर्मा ने बताया कि सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा जिसमें कई प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल एवं उसके बचाव व रोकथाम के साथ-साथ सामाजिक एवं व्यक्तिगत दूरी का विशेष रूप से ख्याल रखा जाएगा। आयोजित होने वाली गतिविधियाँ कुछ इस प्रकार हैं:
• परिवार नियोजन के विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी साधनों (बास्केट ऑफ़ चॉइस) के बारे में लाभार्थियों को परामर्श दिया जाएगा।
• सार्वजानिक स्थानों एवं सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिवार नियोजन से सम्बंधित पोस्टर्स व बैनर लगाए जाएंगे एवं दीवार लेखन किया जायेगा।
• पखवाड़े के दौरान लाभार्थियों को गर्भ निरोधक इंजेक्शन अन्तरा तथा प्रसव पश्चात पी पी आई यू सी डी सेवाओं को स्वीकार करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया जायेगा।
• सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिवार नियोजन के सभी साधन मुफ्त में उपलब्ध रहेंगे।
• समुदाय में इनका वितरण कन्टेनमेंट एरिया एवं बफर जोन को छोड़कर अन्य सभी जगह कोविड प्रोटोकॉल के साथ में किया जाए।
• जिला एवं ब्लाक स्वास्थ्य सुविधा इकाइयों पर लगे हुए कॉन्डोम बॉक्स को प्रतिदिन विसंक्रमित किया जाये।
• लाभार्थियों को बार-बार स्वास्थ्य केंद्र ना आना पड़े इसके लिए कम से कम 2 महीने के लिए कंडोम बॉक्सेस तथा ओरल गर्भनिरोधक गोली उन्हें उपलब्ध करायी जायेंगी।
• नसबंदी के लिए पहले से ही लाभार्थियों का पंजीकरण किया जाये।
• ऐसी फंक्शनल स्वास्थ्य सुविधाएँ जहां, थिएटर ऑपरेशन (ओटी है) वहीँ पर कोरोना इन्फेक्शन से बचाव के प्रोटोकॉल के साथ नियत सेवा दिवस (एफ़डीएस) सम्पादित किया जायेगा।
• कोविड -19 महामारी में भारत सरकार द्वारा मातृ-शिशु स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य व् प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर जारी दिशा निर्देशों के अनुसार 10 केस प्रति नियत सेवा दिवस पर निर्धारित किया जाये।
इसके साथ ही 16 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित दस्तक अभियान के दौरान आशाओं द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थायी साधन जैसे कंडोम, छाया एवं ओसीपी का वितरण सुनिश्चित किया जायेगा। जिला एवं ब्लाक स्तर की इकाइयों में हौसला साझेदारी के तहत आने वाले निजी सेवा प्रदाता भी अपनी सेवायें देंगे। पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन के बास्केट ऑफ़ चॉइस का अलग से स्टाल लगाया जाएगा जिसमें परिवार नियोजन के विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी साधनों की जानकारी तथा सही से उपयोग करने के बारे में लोगों को बताया जाए। इसके साथ ही कम आयु में विवाह के दुष्परिणाम, देर से विवाह करने और विवाह के बाद पहले बच्चे का जन्म देर से तथा दो बच्चों के जन्म में अंतराल रखने की वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आवश्यकता के सम्बन्ध में जानकारी दी जाय।
बता दें कि पिछले साल 11 जुलाई से 31 जुलाई 2019 तक चलाये गए जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में महिला नसबंदी 1186, पुरुष नसबंदी 26, आईयूसीडी 841, प्रसव पश्चात आईयूसीडी 336, अंतरा 2196, कंडोम 33,864, माला एन 9853, छाया गोली 1293, इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोली 2788 लाभार्थियों ने प्रयोग किया। इसी के आधार पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में जनपद गाजीपुर ने प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया था। जबकि जनपद स्तर पर रेवतीपुर ब्लाक ने प्रथम, मोहम्मदाबाद दूसरा, बाराचावर तीसरा, मनिहारी चौथा और जखनिया ने पांचवां स्थान प्राप्त किया था।