जमानियां। नगर पालिका परिषद के करीब 175 कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। यह समस्या राज्य वित्त की हर महीने मिलने वाली करीब 48 लाख की धनराशि शासन से न मिलने से पैदा हुई है। जिसको लेकर गुरूवार को नगर पालिका के कर्मचारियों ने अधीशासी अधिकारी को वेतन भुगतान जल्द से जल्द कराने से संबंधित पत्रक सौंपा।
नगर पालिका को हर महीने राज्य वित्त आयोग से 45 से 48 लाख का बजट मिल रहा है। इसमें से नगर पालिका अपने कर्मचारियों को वेतन देने में करीब चालीस से पैंतालीस लाख खर्च करती है। शासन ने मई और जून में राज्य वित्त से मिलने वाली यह धनराशि रोक दी है। ऐसे में निकाय के करीब 175 कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिल पा रहा है। इससे कर्मचारियों के सामने बच्चों का स्कूलों में दाखिले और कापी-किताबों सहित अन्य जरूरी वस्तुओं कि खरीद की समस्या पैदा हो गई है। खास बात तो यह है कि फिलहाल राज्य वित्त से मिलने वाला यह बजट मिलने आसार नहीं दिख रहे। ऐसे में नगर पालिका को वेतन भुगतान को लेकर खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही विकास कार्य भी प्रभावित होना तय है। ईओ अब्दुल सब्बुर का कहना है कि शासन ने अप्रैल के बाद से राज्य वित्त से मिलने वाले बजट पर रोक लगा रखी है। ऐसे में दो महीने से कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं हुआ है। शासन द्वारा 14 वां वित्त आयोग के धनराशि से मई और जून के वेतन का भुगतान के आदेश दिये गये है। दो माह के वेतन की सूचना जिलाधिकारी को भेजी गयी है। स्वीकृति प्राप्त होते ही कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। इस अवसर पर विजय शंकर राय‚ विजय शंकर शर्मा‚ सतेन्द्र प्रसाद‚ अरविन्द राय‚ हरिश चन्द्र‚ रमेश राम‚ संजय रावत‚ सरकार राम‚ नजमुद्दीन आदि कर्मचारी मौजूद रहे।