जमानियॉ। किसानों की परेशानीयों को देख पूर्व मंत्री प्रतिनिधि मन्नु सिंह ने क्षेत्र के चक्काबॉध ग्राम स्थित चौधरी चरण सिंह पम्प कैनाल पर शुक्रवार को जा धमके तथा वहाँ उपस्थित कर्मचारीयों को कड़ी फटकार लगाई। इस दौरान पम्प कैनाल पर कच्छप गति से चल रहे कार्यो पर नाराजगी जताते हुये कहा कि पॉच पम्पों के सहारे क्षेत्र को संतृप्त नहीं किया जा सकता है।
खेत सूख रहे है तथा किसान नहरों की तरफ देख रहा है। कर्मचारी शिफ्टवार नहर चलाकर सिर्फ खानापूर्ती कर रहे है। पानी के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है लेकिन सुनने वाला कोई नही है। सरकार के प्रतिनिधि जुमलेबाजी कर रहे तथा अधिकारी शहरों में धूम रहे है। पम्प कैनाल हेल्फर के भरोसे चल रहा है जहाँ अरबो की सम्पत्ति पड़ी हुई है। आगे उन्होंने कहा कि खरीफ की खेती का समय समीप आ गया है और खरीफ की खेती में पानी की आवश्यक्ता ज्यादा होती है, ऐसी स्थिति में पम्प कैनाल की भूमिका बढ़ जाती है। यह क्षेत्र कृषि पर पूर्णतः आधारित है। ऐसे में अधिकारी लापरवाही करगे तो यह क्षेत्र पिछड़ जायेगा। सपा सरकार में पम्प कैनाल के आठ जर्जर पम्प व आठ मोटर को बदलवाने के लिए स्टीमेंट बनवाकर शासन से कड़ी मेहनत करके पास करवाया गया ताकि किसानों के चेहरे पर खुशहाली आ सके। अन्नदाता पानी के लिए परेशान न हो लेकिन सत्ता बदलने के बाद आज तक पूरा काम नही हो पाया। खरीफ की खेती का समय आ गया तो सिर्फ किलोस्कर कम्पनी का आठ पम्प व मैराथन कम्पनी दो मोटर ही आ पाया है। जिसमें एक पम्प नया लग गया है लेकिन पूर्ण नही हुआ है। वर्तमान समय में मात्र पॉच ही पम्प चल रहे है। जिससे गंधुतालुका, देवदही, फुल्ली, भख्सी से लेकर गहमर व बारा तथा ताड़ीघाट रजवाहा तक पानी नहीं पहुँच रहा है। जिससे किसान परेशान हो गये है। जो अधिकारीयो की घोर लापरवाही दर्शाता है। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारीयों को चेताया कि यथाशीघ्र पूरे पम्प व मोटर लग जाने चाहिए ताकि किसानों के माथे पर बल न पड़े। किसानों की परेशानी हमारी परेशानी है और इसे कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा। इस दौरान विधान सभा अध्यक्ष अनिल यादव, प्रदीप यादव, रामजीच यादव, मोहित, अनिल यादव आदि लोग मौजूद रहे।