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बाबू जी जरा धीरे चले

गाजीपुर। भावरकोल विकास स्थित गाजीपुर बलिया मुख्य सड़क से जुड़ी नरसिंहपुर सुखडेहरी मार्ग से अमरूपुर प्राथमिक विद्यालय तक की सड़क की दशा बेहद खराब है। इस मार्ग की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है लेकिन इतनी ही दूरी तय करने में लोगों को घण्टो लग जाते हैं। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे मौजूद हैं पता ही नही चलता कि सड़क में गड्ढा है कि गड्ढे में सड़क, उपर से बरसात में पानी भर कर कोढ़ में खाज का काम कर रहा है।

इस सड़क से गुजरने में राहगीरों को जान हथेली पर ही रखती है जरा सी लापरवाही करने पर राहगीर गिरकर चोटिल हो जाते हैं । इन दिनों मार्ग पर वाहन तो दूर पैदल भी अब चलना मुश्किल हो गया है । इस रोड की भयावह स्थिति देखने के बाद भी किसी भी उच्च अधिकारी या जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं । सड़क से करीब दर्जनों गांव जुड़े हुए हैं जिसके चलते हमेशा आवागमन बना रहता है । लोगो के अनुसार पांडे के पूरा से लेकर अमरूपुर तक लगभग 4 साल पहले इस सड़क को बनाया गया था मगर अब लगता ही नही की यह रोड हो सकता है। पूरे सड़क की गिटिटयां बिखर गई है और सड़क के बीचो-बीच बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं । जिस में बरसात का पानी भर गया है सड़क पर कीचड़ हो जाने से एक कदम भी चलना काफी दुश्वार हो गया है । मोहम्मदाबाद विधानसभा के अमरूपुर के पांडे का पूरा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय रोगियों को जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तथा ग्राम पंचायत तड़का के राजस्व ग्राम आराजी बुडैल्ला उर्फ पांडे का पूरा स्थित राजेश्वर महादेव डिग्री कॉलेज जाने वाली सड़क स्थिति भी दयनीय है इस सड़क पर 800 मीटर कच्ची मिट्टी डालकर छोड़ दिया जो नरसिंहपुर बांटा मार्ग से जुड़ती है (इंदुवा मौजा )से राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय तक कई बार सर्वे के बावजूद भी इस सड़क पर कोई काम नहीं किया गया । सबसे बड़ी समस्या छात्र स्टॉप महाविद्यालय और रोगियों को चिकित्सालय जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तथा ग्राम पंचायत तड़का के राजस्व ग्राम आराजी बुडैल्ला उर्फ पांडे का पूरा स्थित राजेश्वर महादेव डिग्री कॉलेज जाने वाली सड़क स्थिति भी दयनीय है इस सड़क पर 800 मीटर कच्ची मिट्टी डालकर छोड़ दिया जो नरसिंहपुर बांटा मार्ग से जुड़ती है (इंदुवा मौजा )से राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय तक कई बार सर्वे के बावजूद भी इस सड़क पर कोई काम नहीं किया गया । सबसे बड़ी समस्या छात्र स्टॉप महाविद्यालय और रोगियों को चिकित्सालय पहुंचने में होती है । मार्ग सही ना होने के कारण सुबह से डॉक्टर आकर बैठे हुए शाम को इसी तरफ चले जाते हैं एक भी रोगी सड़क सही ना होने के चलते नहीं आ पाता है । आपातकाल के समय इस मार्ग पर कोई वाहन नहीं मिलता है कि मरीजों को अस्पताल ले जा सके वही गर्भवती महिलाओं को भी प्रवासन पीड़ा के दौरान काफी परेशानी उठानी पड़ती है राम जी पांडेय, श्रीकांत पांडे, अजय पांडेय, शांतनु पांडेय, बली यादव इत्यादि ने लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान इस समस्या के और आकृष्ट करने का अनुरोध की है।