नगसर(गाजीपुर)। नूरपुर में घटित पुलिसिया बर्बरता के मामलें को गंम्भीरता से लेते हुए काग्रेंस पार्टी की वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाधी के निर्देश पर काग्रेंस के वरिष्ठ नेता व वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्रा एवं प्रदेश काग्रेंस महासचिव विश्वविजय सिंह अपने पार्टी के अन्य पदाधिकारियों संग सोमवार को नूरपुर गाँव पिडित सैनिक परिवार से मिलने पहुंचे।
जहां उन्होंने एक-एक कर घटनाक्रम की जानकारी ली, जब उन्हें ऊरी में तैनात सैन्यकर्मी कमल किशोर पांडे व एक अन्य रिटायर्ड सैन्य कर्मी ने पुलिस बर्बरता की कहानी बया करने के साथ ही अपने जख्म उन्हें दिखाए तो दोनों वरिष्ठ नेता व मौजूद सभी सिहर उठे। इस दौरान राजेश मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार हमेशा से ब्राह्मण विरोधी रही है, आए दिन ब्राह्मणों पर अत्याचार प्रदेश सरकार की सोची समझी रणनीति है। उन्होनें कहा कि ब्राह्मण सुदामा है लेकिन सरकार परशुराम बनने पर बाध्य न करें। कहा कि अगर दोषी पुलिस कर्मियों के ऊपर मुकदमा, उनकी बर्खास्तगी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। साथ ही पिडित सैनिक परिवार का मेडिकल कराया जाए, कहा कि पुलिस ने एक सैनिक परिवार के ऊपर जिस तरह से कहर बरपाया है, वह ब्रिटिश हुकूमत की याद दिलाता है, कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम हो चुका है कानून ब्यवस्था नाम की कोई चीज नही है। इस अवसर पर महासचिव विश्चविजय सिंह, अजय कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष सुनिल राम, शहर अध्यक्ष सुनिल साहू, जिला उपाध्याय चंद्रिका सिंह, अंशु पाण्डेय,रविकांत, माधव कृष्ण, पंकज दूबे, जेपी तिवारी, अशोक पांडेय आदि उपस्थित रहे।