गाजीपुर। बीते 16 अगस्त को जमानियॉ थाना क्षेत्र के असैचन्दपुर पुलिया के पास हुए लूट की घटना को अंजाम देने वाले शातिर बदमाशों को पुलिस ने दूसरे दिन ही बरुइन ग्राम स्थित पुलिया के पास से धर दबोचा।
पुलिस के अनुसार सोमवार को थाना प्रभारी जमानियां मय हमराही के साथ बरुइन ग्राम की ओर गस्त पर निकले थे तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली की कुछ शातिर लुटेरे बरूईन नहर पुलिया के पास होते हुए किसी घटना को अंजाम देने के लिए जाने वाले हैं। इस सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने बरूईन नहर पुलिया के पास वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। तभी नहर पुलिया के एक तरफ तरफ से एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए। तीनों के संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस टीम ने उन्हें रुकने का इशारा किया गया तो वे मोटरसाइकिल की रफ्तार तेज कर भागने का प्रयास करने लगे तभी पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया गया। पकडे गये लोगों से जब बाइक गाड़ी का पेपर मांगा गया तो उन लोगों के पास बाइक का कोई पेपर नहीं था। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया गया कि यह बाइक लूट की है इसका कोई कागजात उनके पास नहीं है। यह मोटरसाइकिल हम लोगों द्वारा 16 अगस्त 2020 को असैचन्दपुर पुलिया से लूटी गई थी। हम लोग अपना शौक पूरा करने के लिए लूट की घटना को अंजाम दिया करते थे। उक्त लूट की घटना का मुकदमा थाना जमानियां में पंजीकृत किया गया था। गिरफ्तार होने वाले अभियुक्तों में सौरभ सिंह पुत्र अवध बिहारी सिंह, अरूण यादव पुत्र दयाशंकर यादव निवासी बरूईन थाना जमानिया व अजय प्रताप सिंह पुत्र बैरिस्टर सिंह निवासी धुस्का जमानियां है। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से एक मोटरसाइकिल नं० UP61 F 4885 बरामद किया गया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में कोतवाल राजीव सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक मंशा राम गुप्ता, उपनिरीक्षक राजीव कुमार तिवारी, मुख्य आरक्षी अशोक पाण्डेय, कां०फुजैल, बलवंत सिंह आदि थे। ज्ञात हो कि सौरभ सिंह मुम्बई रखकर शिक्षा ग्रहण करता था लेकिन शौक व लालच ने उसे अपराधी बनने पर मजबूर कर दिया। मुम्बई में रहने के दौरान ही उसने 2018 में कैश वैन लूट की घटना को अंजाम दिया तथा गॉव चले आये। मुम्बई पुलिस कई दिनों की कड़ी मसक्कत के बाद गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। सौरभ करीब चार माह पहले जमानत पर गॉव आ गया था लेकिन अपने शौक को पूरा करने के लिए पुनः गलत रास्ते को ही चुन लिया।